प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली बीजेपी के नए कार्यालय का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए बीजेपी दफ्तर केवल एक इमारत नहीं, बल्कि मंदिर जैसा पवित्र स्थान है। पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि पार्टी की ताकत नेताओं से नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं के त्याग और समर्पण से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का दिल्ली से सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि दिल से जुड़ा रिश्ता है।
नवरात्रि पर मिला नया कार्यालय
पीएम मोदी ने बताया कि नवरात्रि के पावन दिनों में दिल्ली बीजेपी को नया कार्यालय मिलना शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि पार्टी की जड़ें 1951 में जनसंघ के रूप में पड़ी थीं और 1980 में बीजेपी का गठन हुआ। दिल्ली बीजेपी के पहले अध्यक्ष वीके मल्होत्रा थे। मोदी ने कहा कि पार्टी का सफर केवल राजनीति का नहीं बल्कि सेवा, संस्कार और जनता के सुख-दुख में साथ निभाने का रहा है।
दिल्ली के हितों के लिए लगातार संघर्ष
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि जनसंघ से लेकर बीजेपी तक, पार्टी ने हर समय दिल्लीवासियों के हितों के लिए काम किया। आपातकाल के समय पार्टी नेताओं ने दिल्ली की जनता के साथ मिलकर दमन के खिलाफ लड़ाई लड़ी। 1984 के सिख दंगों में भी दिल्ली बीजेपी ने सिख भाइयों की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किया। उन्होंने कहा कि यह परंपरा आज भी जारी है।
सुशासन का नया मॉडल
पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार ने देश को सुशासन का नया मॉडल दिया है। “हम विकास भी, विरासत भी के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहे हैं,” उन्होंने कहा। मोदी ने दावा किया कि उनकी सरकार ने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और बड़े-बड़े घोटालों से देश को मुक्त कराया। इससे भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक जंग का विश्वास पैदा हुआ।
कर प्रणाली में बड़े सुधार
मोदी ने कहा कि 2014 से पहले कांग्रेस की सरकार के दौरान कर व्यवस्था आम जनता पर बोझ थी। उस समय 2 लाख की आय पर भी टैक्स लगता था, जबकि आज 12 लाख की आय तक टैक्स नहीं देना पड़ता। उन्होंने कहा कि जीएसटी और अन्य सुधारों से टैक्स का बोझ कम हुआ है। पहले एक लाख रुपये के खर्च पर 25 हजार टैक्स देना पड़ता था, लेकिन अब यही टैक्स घटकर केवल 6 हजार रह गया है।
जनसरोकार से जुड़ना ही पहचान
पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली बीजेपी की पहचान हमेशा जनता की सुनवाई और जनसरोकार से होनी चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाया कि नए कार्यालय में बैठकर लिए गए हर फैसले में सेवा भाव झलकना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के नव निर्माण के लिए दिल्ली सरकार और बीजेपी को मिलकर काम करना होगा, तभी विकास का सपना साकार होगा।