एशिया कप 2025 के सुपर-4 मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई, लेकिन अब यह हार मैदान से बाहर विवाद में बदल गई है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई है। मामला उनके ओपनर फखर जमान के आउट दिए जाने से जुड़ा है, जिस पर पाकिस्तान को यकीन है कि अंपायर ने गलती की।
फखर जमान का विवादित आउट
पारी की शुरुआत में फखर जमान ने तेज़ खेलते हुए 8 गेंदों पर 15 रन ठोके। तीसरे ओवर में संजू सैमसन ने उनका कैच लपका, लेकिन फैसला साफ न होने के कारण मामला टीवी अंपायर रुचिरा पलियागुरुगे तक पहुंचा। अलग-अलग एंगल से रिप्ले देखने के बाद अंपायर ने जमान को आउट करार दिया। यही फैसला अब बवाल का कारण बन गया है।
पीसीबी ने आईसीसी में की शिकायत
पाकिस्तानी बोर्ड का कहना है कि टीवी अंपायर ने गलती की और जमान को गलत तरीके से आउट दिया। दुनिया न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पीसीबी ने इस फैसले को लेकर आधिकारिक रूप से आईसीसी से आपत्ति जताई है। गौरतलब है कि ऐसा शायद ही कभी हुआ है जब कोई टीम अंपायर के फैसले को लेकर सीधी शिकायत दर्ज करे।
सोशल मीडिया पर बंट गई राय
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर फैंस भी दो हिस्सों में बंट गए। कुछ लोगों ने टीवी अंपायर का फैसला सही माना, जबकि कईयों ने कहा कि गेंद ज़मीन से टकराई थी और जमान को आउट नहीं दिया जाना चाहिए था। हालांकि, क्रिकेट के नियम साफ कहते हैं कि तीसरे अंपायर का फैसला अंतिम होता है।
हार हज़म नहीं कर पा रही पाकिस्तान टीम
दरअसल, यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने भारत से हार के बाद अंपायरिंग को मुद्दा बनाया हो। ग्रुप स्टेज में भी भारत से हारने के बाद पाकिस्तान ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट की शिकायत की थी, जिसे आईसीसी ने खारिज कर दिया था। अब सुपर-4 की हार के बाद फिर वही कहानी दोहराई जा रही है।
कप्तान सलमान आगा का बयान
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान कप्तान सलमान आगा ने भी फैसले पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “अंपायर भी गलत हो सकते हैं। मुझे लगा गेंद कीपर के आगे उछली थी। अगर फखर पावरप्ले तक बल्लेबाजी करते, तो शायद हम 190 रन तक पहुंचते। लेकिन अंत में अंपायर का फैसला आखिरी होता है।”
क्या होगा आईसीसी का रुख?
अब सबकी नज़रें इस पर हैं कि आईसीसी पीसीबी की शिकायत पर क्या कदम उठाएगा। इतिहास बताता है कि अंपायर के फैसले को बदलना लगभग नामुमकिन होता है। ऐसे में पाकिस्तान की यह आपत्ति शायद एक और निराशा के साथ ही खत्म हो सकती है।