उत्तर प्रदेश के बरेली में बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के पैतृक घर पर हुई फायरिंग का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। पुलिस की सख्त कार्रवाई के बाद अब तक दो शूटर एनकाउंटर में ढेर किए जा चुके हैं, जबकि दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी बड़ा बयान सामने आया है।
सीएम योगी की सख्त चेतावनी
शनिवार को लखनऊ के लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फायरिंग मामले का जिक्र करते हुए अपराधियों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि एक आरोपी मारीच की तरह वेश बदलकर आया था, लेकिन जब पुलिस की गोली लगी तो वह चिल्लाने लगा कि गलती से उत्तर प्रदेश आ गया। सीएम ने कहा कि यही हाल हर उस अपराधी का होगा, जो महिला सुरक्षा और सम्मान के साथ खिलवाड़ करेगा।
अपराधियों को मिलेगी सज़ा या राज्य से बाहर का रास्ता
योगी ने साफ शब्दों में कहा कि हर अपराधी को दो ही रास्ते मिलेंगे या तो जेल, या फिर राज्य से बाहर भागना पड़ेगा। उन्होंने संदेश दिया कि महिला सुरक्षा और आत्मनिर्भरता में बाधा डालने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई: दो आरोपी गिरफ्तार
बरेली पुलिस ने बताया कि गोलीबारी में शामिल आरोपी रामनिवास और उसका साथी अनिल मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए। इस दौरान पुलिस की गोली रामनिवास के पैर में लगी। उसके पास से .32 बोर की पिस्तौल और कारतूस बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपी ने दिशा पाटनी के घर फायरिंग की बात कबूल कर ली।
वायरल वीडियो और अपराधी की फरियाद
सोशल मीडिया पर घटना से जुड़ा एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें आरोपी रामनिवास पुलिस के सामने हाथ जोड़कर कहता दिखा- “बाबा के यूपी में कभी नहीं आएंगे साहब।” यह वीडियो साफ संदेश देता है कि प्रदेश में अपराधियों के लिए अब कोई जगह नहीं है।
दो शूटर एनकाउंटर में ढेर
इससे पहले पुलिस ने गोलीबारी में शामिल रविंद्र उर्फ कल्लू और अरुण को एनकाउंटर में मार गिराया था। दोनों कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ गिरोह से जुड़े थे। पुलिस ने मौके से ग्लॉक और जिगाना पिस्तौल समेत भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए।
फायरिंग की वजह और गैंग की धमकी
12 सितंबर की सुबह बाइक सवार बदमाशों ने दिशा पाटनी के घर पर 9 राउंड फायरिंग की थी। बाद में एक गैंग ने सोशल मीडिया पर इस हमले की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि यह एक्ट्रेस की बहन खुशबू पाटनी द्वारा दो कथावाचकों पर की गई टिप्पणी का बदला था। इस हमले ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर बड़ा सवाल खड़ा किया, लेकिन पुलिस और सरकार की सख्त कार्रवाई ने अपराधियों को साफ संदेश दे दिया है।