Pitru Paksha में पीपल के पेड़ की पूजा का महत्व, जानें कैसे मिलेगी पितरों की आत्मा को शांति

हर साल की तरह इस साल पितृ पक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर तक पड़ने वाला है। पितृ पक्ष के 16 दिनों की यह अवधि हमारे पूर्वजों को समर्पित होती है। इस दौरान, हमारे पूर्वजों के प्रति श्रद्धा और आभार व्यक्त करने के लिए खास पूजा-अर्चना की जाती है। इसे श्राद्ध पक्ष भी कहते हैं। पितृ पक्ष के दौरान पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है, जिसका धार्मिक और ज्योतिषीय आधार है।

पीपल का पेड़ और पितृ पक्ष

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पीपल के पेड़ में पितरों (पूर्वजों) का वास होता है। इसलिए पितृ पक्ष के दौरान इसे पूजा जाता है। इसे एक दिव्य वृक्ष माना जाता है क्योंकि इसमें त्रिदेवों ब्रह्मा, विष्णु और शिव का वास होता है। यह पेड़ न सिर्फ पितरों के लिए समर्पित है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और मोक्ष के प्रतीक के रूप में भी प्रतिष्ठित है।

पीपल की पूजा के लाभ

पितृ दोष का निवारण

पितृ पक्ष के दौरान पीपल की पूजा करने से पितृ दोष दूर होता है। यह वह दोष है जो किसी व्यक्ति या परिवार के जीवन में पितरों के प्रति श्रद्धा और सम्मान की कमी के कारण उत्पन्न होता है। पूजा से यह दोष दूर हो जाता है, और जीवन में आ रही समस्याएं कम होती हैं।

सुख-समृद्धि की प्राप्ति

पीपल की पूजा से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। यह पेड़ घर के वातावरण को सकारात्मक बनाता है और परिवार में शांति का माहौल पैदा करता है।

बाधाओं का निवारण

पितृ पक्ष में पीपल पर जल अर्पित करने से घर के सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं। यह किसी भी प्रकार की मानसिक, शारीरिक या आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पाने का एक तरीका माना जाता है।

पितरों का आशीर्वाद

पीपल की पूजा से पितर संतुष्ट होते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसे पितरों के आत्मा की शांति और उनके मोक्ष की प्राप्ति के रूप में देखा जाता है।

धन संबंधी संकट का समाधान

पीपल की पूजा से धन संबंधी समस्याएं भी हल होती हैं। माना जाता है कि पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करने से धन की कमी दूर होती है और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

पीपल की पूजा करने के नियम

समय का ध्यान रखें

पीपल की पूजा सूर्योदय से पहले करनी चाहिए। सूर्योदय के बाद और रविवार को पीपल की पूजा से बचना चाहिए।

जल और फूल अर्पित करें

पूजा के दौरान पीपल के पेड़ पर जल और फूल अर्पित करना चाहिए। इसके अलावा, दीपक भी लगाना अच्छा होता है।

पीपल का पौधा लगाना भी शुभ

पितृ पक्ष में पीपल का पौधा लगाना भी बेहद शुभ माना जाता है। इससे पितृ दोष दूर होता है और घर में सुख-शांति का वास होता है।

पितृ पक्ष में पीपल की पूजा एक महत्वपूर्ण धार्मिक क्रिया है, जिसका उद्देश्य पितरों की आत्मा की शांति, परिवार के जीवन में सुख-समृद्धि और पितृ दोष का निवारण करना है। यह पूजा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका प्रभाव जीवन के हर पहलू पर सकारात्मक रूप से पड़ता है।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra