2027 Cricket World Cup की गूंज, इन तीन देशों की साझेदारी से होगा आयोजन, कुल 54 मैच होंगे आयोजित

क्रिकेट प्रेमियों के लिए साल 2027 बेहद खास होने वाला है. आईसीसी पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप 2027 का आयोजन इस बार तीन देशों साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया की मेजबानी में होगा. क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) ने इस महाकुंभ की तैयारियों को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है. टूर्नामेंट में कुल 54 मैच खेले जाएंगे, जिसमें साउथ अफ्रीका सबसे ज्यादा 44 मैचों की मेजबानी करेगा. वहीं जिम्बाब्वे और नामीबिया को 5-5 मैच दिए गए हैं.

यह दूसरा मौका है जब साउथ अफ्रीका और जिम्बाब्वे मिलकर वर्ल्ड कप की मेजबानी करेंगे. इससे पहले 2003 वर्ल्ड कप दोनों देशों ने केन्या के साथ मिलकर कराया था. उस समय खिताब ऑस्ट्रेलिया ने जीता था. लेकिन इस बार की खासियत यह है कि नामीबिया पहली बार किसी बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट का मेजबान बनेगा.

इन स्टेडियमों में गूंजेगी वर्ल्ड कप की दहाड़

साउथ अफ्रीका ने वर्ल्ड कप के लिए अपने आठ बड़े स्टेडियमों को चुना है. इनमें शामिल हैं:

वांडरर्स स्टेडियम (जोहान्सबर्ग)

न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड (केप टाउन)

किंग्समीड क्रिकेट ग्राउंड (डरबन)

सेंचुरियन पार्क (प्रिटोरिया)

मंगौंग ओवल (ब्लोमफोंटेन)

सेंट जॉर्ज पार्क (गकेबेरहा)

बफेलो पार्क (ईस्ट लंदन)

बोलैंड पार्क (पार्ल)

ये सभी मैदान अपनी शानदार सुविधाओं और ऐतिहासिक पलों के लिए जाने जाते हैं.

टूर्नामेंट का फॉर्मेट

2027 वर्ल्ड कप में कुल 14 टीमें हिस्सा लेंगी. फॉर्मेट साल 2003 वर्ल्ड कप जैसा होगा. इसमें दो ग्रुप बनाए जाएंगे और हर ग्रुप में 7 टीमें होंगी. ग्रुप स्टेज के बाद सुपर सिक्स और फिर सेमीफाइनल-फाइनल खेले जाएंगे.

आयोजन समिति और दृष्टिकोण

साउथ अफ्रीका के पूर्व वित्त मंत्री ट्रेवर मैनुअल को स्थानीय आयोजन समिति का प्रमुख बनाया गया है. वहीं, सीएसए की अध्यक्ष पर्ल माफोशे ने कहा कि उनका लक्ष्य इस वर्ल्ड कप को एक वैश्विक, प्रेरणादायक और समावेशी आयोजन बनाना है, जो साउथ अफ्रीका की विविधता और एकता को दिखाएगा.

क्रिकेट फैंस का इंतजार

क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह वर्ल्ड कप बेहद रोमांचक होगा क्योंकि यहां तीन अलग-अलग देशों के दर्शकों को अपनी संस्कृति और खेल प्रेम दिखाने का मौका मिलेगा. साथ ही नामीबिया पहली बार वर्ल्ड कप का हिस्सा बनकर इतिहास रचने जा रहा है.

2027 का क्रिकेट वर्ल्ड कप सिर्फ खेल का उत्सव नहीं होगा, बल्कि तीन देशों की साझेदारी और खेल भावना का शानदार उदाहरण भी बनेगा.

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra