Bihar: परिवार और पार्टी से अलग राह पर तेज प्रताप, महुआ को जिला बनाने का किया वादा

बिहार में कांग्रेस पार्टी और महागठबंधन की ओर से चल रही मत अधिकार यात्रा इन दिनों सुर्खियों में है। यात्रा में महागठबंधन के बड़े-बड़े नेता शामिल होकर इसे जनांदोलन का रूप देने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन इसी बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पार्टी से निष्कासित विधायक तेज प्रताप यादव ने इस यात्रा पर सवाल उठाकर सियासी हलचल तेज कर दी है।

महुआ विधानसभा से कर रहे सक्रियता

सोमवार को एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में तेज प्रताप यादव ने कहा कि वे लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र महुआ में सक्रिय हैं। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने वहां मेडिकल कॉलेज और सड़क का निर्माण कराया है। उनका कहना है कि महुआ को जिला बनाने और इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित करने की दिशा में भी वे काम कर रहे हैं।

तेज प्रताप ने साफ कहना है कि महुआ के हर पंचायत में उनका प्रोग्राम चल रहा है और वे वहां जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर काम कर रहे हैं।

चुनाव की तैयारी में जुटे

तेज प्रताप यादव ने संकेत दिया है कि वे आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी गंभीर तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि “तेज प्रताप के माध्यम से जिन युवाओं को चुनाव लड़ना होगा, वे लड़ेंगे और उन्हें पूरा सपोर्ट दिया जाएगा।”

दरअसल, राजद से निष्कासित होने के बाद से ही तेज प्रताप ने अपनी टीम तेज प्रताप बनाकर राज्य की दो विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम भी घोषित कर दिए हैं।

यात्रा के औचित्य पर सवाल

कांग्रेस और महागठबंधन की चल रही मत अधिकार यात्रा पर तेज प्रताप यादव ने सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, कि “यह दोनों (राहुल गांधी और तेजस्वी यादव) यात्रा कर रहे हैं, अपने मुद्दों को रख रहे हैं, लेकिन इन मुद्दों से कुछ होने वाला नहीं है। असली मुद्दा शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी होना चाहिए।”

तेज प्रताप का आरोप है कि यात्रा की वजह से लोग भ्रमित हो रहे हैं। उनका कहना है कि चुनाव आयोग अपने तरीके से काम कर रहा है और यह लोग अपने तरीके से काम कर रहे हैं। ऐसे में जनता असली मुद्दों से भटक रही है।

बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा बताया

तेज प्रताप यादव ने बेरोजगारी के मुद्दे को सबसे अहम बताते हुए कहा कि लोगों को भ्रमित करने वाली बातों से बचना चाहिए। जनता को नेताओं से रोजगार और शिक्षा पर सवाल करना चाहिए, ताकि विरोधी दल इस भ्रम का फायदा उठाकर राजनीति न कर सकें।

परिवार और पार्टी से अलग राह

गौरतलब है कि एक पारिवारिक विवाद और निजी कारणों से लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को राजद से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। इसके बाद से ही तेज प्रताप ने खुद को संगठन और चुनावी राजनीति में स्वतंत्र करने का रास्ता चुना। अब वे अपने स्तर से चुनावी तैयारी कर रहे हैं और महुआ विधानसभा को अपना सियासी गढ़ बनाने में जुटे हैं। कुल मिलाकर, तेज प्रताप यादव ने महागठबंधन की मत अधिकार यात्रा को “जनता को भ्रमित करने वाली कवायद” करार देकर साफ कर दिया है कि वे अपनी अलग राह पर चल रहे हैं और जनता से सीधे जुड़े मुद्दों पर राजनीति करेंगे।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra