Operation Sindoor में चमकी ब्रह्मोस की ताकत, भारत अब कर रहा बड़ी संख्या में मिसाइलों की खरीद

भारत और पाकिस्तान के बीच मई में छिड़े चार दिन के संघर्ष में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। 7 मई को भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों और सैन्य अड्डों को निशाना बनाया।

ब्रह्मोस मिसाइल की भूमिका रही सबसे अहम

इस पूरे अभियान में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल भारत का सबसे प्रभावशाली हथियार साबित हुई। भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल से पाकिस्तान के हवाई ठिकानों और सेना की छावनियों पर सटीक हमला किया। इस मिसाइल ने बेहद कम समय में लक्ष्य को निशाना बनाकर दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाया।

अब भारतीय सेनाएं दे रही हैं बड़े ऑर्डर

ब्रह्मोस की इस कामयाबी के बाद अब भारतीय सेनाएं इस मिसाइल की और ज्यादा खरीद की तैयारी में हैं। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय की एक अहम बैठक में जल्द ही इस खरीद को मंजूरी दी जाएगी। खासतौर पर भारतीय नौसेना और वायु सेना इस मिसाइल के नए ऑर्डर देने जा रही हैं।

नौसेना ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल अपने वीर-श्रेणी के युद्धपोतों पर करेगी ताकि उनकी मारक क्षमता बढ़ाई जा सके। वहीं, वायु सेना इस मिसाइल को अपने सुखोई-30 एमकेआई फाइटर जेट्स से लैस करने जा रही है, जिससे हवा से जमीन पर सटीक हमले किए जा सकें।

प्रधानमंत्री मोदी ने की स्वदेशी हथियारों की तारीफ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद कहा कि इस अभियान में स्वदेशी हथियार प्रणालियों की ताकत दुनिया ने देखी। उन्होंने खासतौर पर ब्रह्मोस मिसाइल की प्रशंसा करते हुए कहा, “हमारी मिसाइलें, ड्रोन्स और वायु रक्षा प्रणाली ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सफलता की मिसाल बन चुकी हैं।”

इससे पहले, 7 मई को भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें ब्रह्मोस मिसाइल की भूमिका सबसे अहम रही। इन मिसाइलों ने अपने लक्ष्यों पर बेहद सटीक और घातक हमले किए, जिससे पाकिस्तान की सैन्य ताकत को बड़ा झटका लगा।

रक्षा मंत्री ने भी सराहा ब्रह्मोस का योगदान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ब्रह्मोस की तारीफ करते हुए कहा था, “ब्रह्मोस अब सिर्फ एक मिसाइल नहीं, बल्कि भारत के आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन चुकी है।”

अब भारत तेजी से अपनी रक्षा प्रणाली को और मजबूत कर रहा है। ब्रह्मोस जैसे हथियारों की बढ़ती मांग यह दिखाती है कि भारतीय सेना भविष्य के लिए पूरी तरह तैयार है और किसी भी खतरे से निपटने में सक्षम है।

इस पूरे घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया है कि भारत अब न सिर्फ हमला झेलता है, बल्कि जरूरत पड़ने पर जवाब भी उसी अंदाज में देता है। ऑपरेशन सिंदूर और ब्रह्मोस की भूमिका ने भारत की सैन्य ताकत को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra