लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हो रही गरमागरम बहस के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने न केवल पाकिस्तान को चेताया, बल्कि कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब अपने नियम, समय और मर्ज़ी से जवाब देता है। “खून और पानी साथ नहीं बह सकते,” कहते हुए उन्होंने सिंधु जल संधि को ‘देश के साथ विश्वासघात’ करार दिया।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश की अस्मिता गिरवी रख दी थी। उन्होंने प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू पर हमला करते हुए कहा कि सिंधु जल समझौते ने भारत के किसानों का हक छीन लिया। मोदी ने दावा किया कि अब उस संधि को निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अब परमाणु हथियार की धमकी देकर कुछ हासिल नहीं होगा। “ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत अब सिर्फ शब्दों से नहीं, कार्रवाई से जवाब देता है।” पीएम मोदी ने बताया कि इस सैन्य ऑपरेशन के दौरान दुनिया के 193 में से केवल 3 देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया। बाकी सभी भारत के साथ खड़े रहे।
मोदी ने कहा, “22 अप्रैल की घटना का जवाब हमारी सेनाओं ने 22 मिनट में दिया। हमने तय कर लिया है कि आतंक और उसके मददगारों को बख्शा नहीं जाएगा।”
संसद में मौजूद सदस्यों को उन्होंने बताया कि “जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझसे संपर्क करना चाहा, मैं सेना के साथ बैठकों में था। बाद में जब मैंने कॉल किया, उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान बड़ा हमला कर सकता है। मैंने जवाब दिया—अगर पाकिस्तान हमला करेगा, तो हम उसका कई गुना जवाब देंगे।”
पीएम मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि “कुछ लोग पूछ रहे हैं ऑपरेशन सावन के सोमवार को क्यों हुआ? क्या ये धार्मिक कैलेंडर देखकर तय हुआ?” उन्होंने कहा कि यह सोच दुर्भाग्यपूर्ण है और राष्ट्रीय सुरक्षा को राजनीतिक चश्मे से देखना निंदनीय है।
अंत में उन्होंने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा, “ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है। पाकिस्तान ने अगर फिर कोई नापाक हरकत की, तो भारत चुप नहीं बैठेगा। गोली का जवाब गोले से और आतंकी हमले का जवाब निर्णायक कार्रवाई से मिलेगा।”
