जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थल मथुरा में भी खुफिया एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हो गई हैं। इसी कड़ी में मथुरा के नौहझील क्षेत्र से हाल ही में लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 90 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा। इन सभी पर भारत में अवैध रूप से रहने का आरोप है।
इस कार्रवाई के बाद अब मथुरा के प्रमुख तीर्थस्थल राधाकुंड में स्थानीय लोगों में नाराजगी बढ़ गयी है। लोगों ने साधु वेश में छिपे संदिग्धों के खिलाफ प्रदर्शन किया और मथुरा एसएसपी के नाम एक ज्ञापन सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग की।बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा उपयोग किए जा रहे मेड इन पाकिस्तान लिखे उपकरणों के फोटो ग्राफ दिए गए हैं।
बता दें कि बीते दिनों मथुरा के नौहझील ईंट भट्टों से लोकल खुफिया एजेंसी एलआईयू ने 90 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर कार्रवाई किया था। इस कार्रवाई के बाद पुलिस और खुफिया एजेंसी जिले में निष्क्रिय हो गई।
नगर पंचायत के बीजेपी सभासद भोला दुबे और भुवनेश शर्मा ने बताया कि राधाकुण्ड में लंबे समय से साधु वेश में बांग्लादेशी छिपे हुए हैं। राधा कुंड के साथ-साथ गोवर्धन के अन्य क्षेत्र और ब्रज के प्रमुख क्षेत्र में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो साधु के वेश में यहां रह रहे हैं और अपना कार्य करके जीवन यापन कर रहे हैं।
इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि यह अवैध बांग्लादेशी लोग हैं और यह धार्मिक स्थलों पर जा जाकर कार्य करते हैं।
उनके अनुसार साधु के बेस में कौन व्यक्ति दुश्मन है इसका पता लगा पाना मुश्किल है।इसलिए SSP के नाम पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। जिससे हमारी ब्रजभूमि सुरक्षित रहे।
यह मामला अब केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा नहीं रहा, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा कभी मुद्दा बन गया है। सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट मोड में है और हर गतिविधि पर उनकी पैनी नजर है।
