India-Pak War: सीमा पर शांति, पर सच की जंग में भारत विजयी: पाकिस्तान के फर्जी दावों पर कड़ा प्रहार

भारत और पाकिस्तान के बीच बीते दो हफ्तों से चले आ रहे तनाव के बाद शनिवार की शाम दोनों देशों ने युद्धविराम पर सहमति जताई. यह सीजफायर एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिसने दोनों देशों के बीच हालिया सैन्य झड़पों पर विराम लगा दिया है. हालांकि, इस औपचारिक घोषणा से पहले भारत ने पाकिस्तान के दावों को सिरे से खारिज कर दुनिया को उसकी सच्चाई से अवगत कराया.

पाकिस्तान का झूठ: ऑपरेशन बनयान-अल-मरसूस का दावा

पाकिस्तान ने 10 मई को दावा किया कि उसने ऑपरेशन बनयान-अल-मरसूस के तहत भारत के प्रमुख सैन्य ढांचों—जैसे S-400 सिस्टम, एयरबेस और साइबर इंफ्रास्ट्रक्चर—को निशाना बनाया. लेकिन भारत ने इसे झूठ, भ्रामक और दुष्प्रचार करार देते हुए साफ कहा कि देश की सुरक्षा को कोई नुकसान नहीं हुआ है. यह ऑपरेशन, पाकिस्तान द्वारा भारत के ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में घोषित किया गया था, जिसे भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद लॉन्च किया था.

भारत की सटीक प्रतिक्रिया: सिर्फ सैन्य ठिकानों पर हमले

भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि सूरतगढ़, सिरसा और उधमपुर जैसे S-400 बेस पूरी तरह सुरक्षित हैं और किसी भी प्रकार की क्षति नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि भारत ने सिर्फ संतुलित और मापी गई जवाबी कार्रवाई की है, जो केवल सैन्य ठिकानों तक सीमित थी.

भ्रामक प्रचार: पाकिस्तानी झूठ की पोल खोलती भारतीय सेना

भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान ने जानबूझकर गलत सूचना फैलाई कि JF-17 फाइटर जेट्स से भारत के ब्रह्मोस और S-400 सिस्टम को नुकसान पहुंचाया गया. इसके अलावा, पठानकोट, भुज, जम्मू, और चंडीगढ़ जैसे स्थानों पर एयरबेस और डिपो को निशाना बनाने के दावों को भी भारतीय सेना ने खारिज किया.

धार्मिक स्थलों पर हमले का झूठा आरोप भी खारिज

पाकिस्तान द्वारा लगाए गए आरोप कि भारतीय सेना ने धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया, उसे भी सेना ने झूठा बताया. कर्नल कुरैशी ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और हमारी सेना संविधान के मूल्यों का सम्मान करती है. ऐसे किसी भी स्थल पर हमला नहीं किया गया.

भारत की जवाबी कार्रवाई: पाकिस्तान के सैन्य अड्डों पर सटीक हमले

भारत ने स्पष्ट किया कि उसने पाकिस्तान की ओर से हुई घुसपैठ और ड्रोन हमलों के जवाब में मुरीद, चकलाला, रफीकी, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियां जैसे एयरबेस पर सटीक हमले किए. इन कार्रवाइयों में केवल रणनीतिक ठिकानों को ही निशाना बनाया गया, ताकि आम नागरिकों को कोई हानि न पहुंचे.

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra

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