गुरुवार रात पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों को निशाना बनाकर ड्रोन और मिसाइल हमले करने की कोशिश की, जिसे भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ‘सुदर्शन’ ने नाकाम कर दिया. हमले के दौरान भारत ने पाकिस्तान के चीन से मिले JF-16 और अमेरिकी F-16 जैसे लड़ाकू विमानों को मार गिराया, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ.
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के ठिकानों पर भारत का जवाबी हमला
भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया. इन हमलों में करीब 100 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के 10 रिश्तेदार भी शामिल हैं. भारत ने स्पष्ट किया कि इन स्ट्राइक्स में कोई नागरिक या सैन्य ठिकाना निशाना नहीं था.
तुर्की का पाकिस्तान प्रेम और भारत में उपजा आक्रोश
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने न सिर्फ पाकिस्तान का समर्थन किया बल्कि मारे गए आतंकियों के लिए खुलेआम शोक जताया. उन्होंने सोशल मीडिया पर ‘पाकिस्तानी भाइयों’ के लिए दुआ करते हुए भारत पर अप्रत्यक्ष हमला किया और कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग का समर्थन किया. भारत में तुर्की के इस रुख के खिलाफ गुस्सा है और तुर्की के बहिष्कार की मांग तेज हो गई है.
चीन की चुप्पी और तटस्थता ने किया हैरान
जहां एक ओर पाकिस्तान चीनी हथियारों का भरपूर इस्तेमाल कर रहा है, वहीं चीन ने पूरी स्थिति पर संयम बरतने की अपील की है. चीन ने दोनों देशों से तनाव कम करने और बातचीत से मसले का हल निकालने को कहा है. जानकार मानते हैं कि चीन के भारत और पाकिस्तान दोनों से गहरे व्यापारिक हित जुड़े हैं, इसलिए वह खुले समर्थन से बच रहा है.
नेपाल का कड़ा संदेश: आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ
पहलगाम आतंकी हमले में एक नेपाली नागरिक के मारे जाने के बाद नेपाल ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा होने की बात कही है. नेपाल सरकार और वरिष्ठ नेताओं ने आतंकवाद की खुलकर निंदा करते हुए कहा कि उनकी धरती का उपयोग भारत के खिलाफ नहीं होने दिया जाएगा.
अमेरिका की चिंता, लेकिन हस्तक्षेप से इनकार
अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस ने हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तान को आंशिक रूप से जिम्मेदार बताया. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका भारत-पाकिस्तान संघर्ष में हस्तक्षेप नहीं करेगा, लेकिन तनाव कम करने के लिए कूटनीतिक प्रयास जरूर जारी रखेगा.
सऊदी अरब का झुकाव भारत की ओर
पहले पाकिस्तान का करीबी रहा सऊदी अरब अब भारत के साथ मजबूत रिश्ते बना रहा है. प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच गर्मजोशी के संबंध हैं. पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने सऊदी दौरा बीच में छोड़ा, लेकिन सऊदी विदेश मंत्री तुरंत भारत पहुंचे और आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन दोहराया.
ईरान की तटस्थ कूटनीति: तनाव घटाने की अपील
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची भारत पहुंचे और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की. उन्होंने पाकिस्तान से भी बातचीत की और स्पष्ट किया कि क्षेत्र को शांति और आर्थिक सहयोग की जरूरत है. ईरान ने कश्मीर मुद्दे पर भले ही पाकिस्तान का साथ दिया हो, लेकिन मौजूदा हालात में वह संतुलित रुख अपना रहा है.
भारत को वैश्विक मंच पर मिल रहा मिला-जुला समर्थन
भारत की आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को जहां नेपाल, अमेरिका, सऊदी अरब और ईरान जैसे देशों का परोक्ष या प्रत्यक्ष समर्थन मिल रहा है, वहीं तुर्की और पारंपरिक सहयोगी चीन का रुख अलग है. भारत की सख्त नीति और वैश्विक मंच पर बढ़ती भूमिका इस तनावपूर्ण स्थिति में उसे एक निर्णायक स्थिति में लाकर खड़ा कर रही है.
