बच्चों में HMPV वायरस का खतरा: कैसे करें देखभाल, जानें एक्सपर्ट्स की राय

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का संक्रमण बच्चों के लिए एक नई चुनौती बनकर उभरा है। हाल ही में भारत में भी इस वायरस के दो मामलों की पुष्टि हुई है। यह वायरस छोटे बच्चों के साथ बुजुर्गों को भी प्रभावित कर सकता है, खासकर उनकी इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से।

एचएमपीवी वायरस के लक्षण एचएमपीवी के लक्षण कोविड-19 से मिलते-जुलते हैं। खांसी, बुखार, कफ, सांस लेने में समस्या, और सीने में दर्द इसके सामान्य लक्षण हैं। इन लक्षणों की अनदेखी करने पर स्थिति गंभीर हो सकती है क्योंकि यह वायरस फेफड़ों पर हमला करता है।

बच्चों की देखभाल के लिए एक्सपर्ट्स की सलाह

डॉ. अनिल गोम्बर के अनुसार, “फिलहाल यह वायरस भारत में अधिक फैला नहीं है, लेकिन इसके संभावित जोखिम को देखते हुए सतर्क रहना आवश्यक है। कमजोर इम्यूनिटी वाले बच्चों और बुजुर्गों को इससे बचाने के लिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।”

एचएमपीवी से बचाव के तरीके

संक्रमित व्यक्ति से दूरी: खांसी और छींकने से यह वायरस फैलता है, इसलिए लक्षण वाले व्यक्ति से बच्चों को दूर रखें।
मास्क का उपयोग: बाहर निकलते समय मास्क पहनें।
साफ-सफाई: बच्चों के खाने से पहले उनके और अपने हाथ धोएं।
भीड़भाड़ से बचाव: बच्चों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर न ले जाएं।
डॉक्टर से संपर्क: लक्षण बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय
भरपूर नींद: बच्चों को 7-8 घंटे की नींद दिलाएं।
फिजिकल एक्टिविटी: बच्चों को हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करवाएं।
संतुलित आहार: प्रोटीन, फाइबर, और विटामिन सी युक्त आहार दें। सर्दियों में अमरूद, संतरा, आंवला, और खजूर जैसे मौसमी फल खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है।
हरी सब्जियां: सरसों का साग, बथुआ, पालक, मेथी जैसी सब्जियां डाइट में शामिल करें।
भाप लेना: लक्षणों से राहत के लिए बच्चों को भाप दिलवाएं।

एचएमपीवी वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए, बच्चों की इम्यूनिटी को मजबूत करना और सावधानी बरतना जरूरी है। डॉक्टर की सलाह और सही देखभाल से इस वायरस से बचाव संभव है।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra