कौन है हिज्बुल्लाह चीफ नसरल्लाह, जिसका किया इजरायल ने खात्मा, इस रिपोर्ट में सब कुछ जानें

इजरायली सेना ने शुक्रवार को हिजबुल्लाह के मुख्य हेडक्वार्टर पर हमला किया था. इस हमले के बाद इजरायल ने दावा किया है कि इस हवाई हमले में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह मारा गया है. हालांकि हिजबुल्लाह ने इजरायल के दावे को खारिज कर दिया है. हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के बारे में कहा जाता है कि वह 16 वर्षीय बुद्धिमान और धार्मिक प्रवृत्ति वाला लड़का था. जिसने अब्बास अल-मुसावी की नज़रों में अपनी जगह बनाई, जो आगे चलकर हिजबुल्लाह का नेतृत्व करने लगा. बता दें कि ये लेबनान आधारित संगठन था जो कि इजरायल से लड़ने के लिए बनाया गया था.

1992 में नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह की संभाली कमान

साल 1960 में नसरल्लाह का जन्म बेरूत के एक गरीब इलाके में हुआ था. जहां पर ईसाई अर्मेनियाई, ड्रूज़ और फिलिस्तीनी रहा करते थे. नसरल्लाह नौ भाई-बहनों में से एक था. नसरल्लाह के पिता की एक छोटी सी सब्ज़ी की दुकान थी. नसरल्लाह की शादी फातिमा यासीन से हुई थी और उसके चार बच्चे हैं. हिजबुल्लाह का गठन जून 1982 में फिलिस्तीनी मुक्ति संगठन के हमलों के कारण लेबनान पर इजरायल के आक्रमण के जवाब में किया गया था लेकिन मुसावी से हिजबुल्लाह की बागडोर संभालने से पहले नसरल्लाह ने लेबनानी प्रतिरोध रेजिमेंट के रैंकों में अनुभव प्राप्त किया था. साल 1992 में हिजबुल्लाह की कमान संभालने के बाद से ही नसरल्लाह संगठन का चेहरा और प्रेरक शक्ति बनकर उभरा है. अपनी शिया इस्लामवादी जड़ों के बाद भी हिजबुल्लाह ने अन्य संप्रदायों के व्यक्तियों और समूहों के साथ गठबंधन बनाए हैं. जो कि लेबनानी राजनीति के प्रति इसके व्यावहारिक दृष्टिकोण को दर्शाता है. नसरल्लाह खुद एक रूढ़िवादी इस्लामवादी नेता नहीं है. महिलाओं के लिए नसरल्लाह ने कभी भी इस्लामी बुर्का को बढ़ावा नहीं दिया.

1997 में नसरल्लाह की खिलाफत करने वालों की कर दी गई हत्या

नसरल्लाह एक चतुर राजनीतिक और सैन्य नेता है. नसरल्लाह ने लेबनान की सीमाओं से परे हिजबुल्लाह के प्रभाव को बढ़ाया दिया है. हिजबुल्लाह देश के बाहर एक मिलिशिया की तरह काम करता है. सीरिया में विद्रोह को दबाने में साल 2011 में हिजबुल्लाह ने मदद की थी. जिसके बाद इस मदद ने राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन को ख़तरा पैदा कर दिया था. नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह के भीतर नेतृत्व की चुनौतियों को भी ईरान की मदद से हराया. साल 1997 में पूर्व हिजबुल्लाह नेता शेख़ सुभी तुफ़ायली ने नसरल्लाह के ख़िलाफ़ विद्रोह का नेतृत्व किया लेकिन नसरल्लाह के लोगों ने विद्रोहियों को हत्था कर दी.

साल 2006 में इजरायल के साथ युद्ध के बाद बन गया हीरो

अरब जगत में इजरायल के साथ युद्ध ने नसरल्लाह की स्थिति को मजबूत किया है. हिजबुल्लाह ने उसके नेतृत्व में साल 2000 में दक्षिणी लेबनान पर इजरायल के 30 साल के कब्जे को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी. साल 2006 में 34 दिनों के युद्ध के बाद इजरायल के खिलाफ “दिव्य जीत” की घोषणा करने के बाद, वे मध्य पूर्वी देशों में हीरो बन गया. इस युद्ध के बाद नसरल्लाह इजरायल की सीमा के करीब एक छोटे से शहर बिंट जेबिल पहुंचा था और अपने करियर के सबसे प्रमुख भाषणों में से एक भाषण दिया था.

 

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra