साल 2016 में पंजाब की नाभा जेल में 16 अपराधियों ने एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था. इन 16 अपराधियों ने 27 नवंबर को नाभा जेल में अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस फायरिंग के दौरान 6 अपराधी जेल से भाग निकले थे. इनमें हरजिंदर सिंह उर्फ विक्की गौंडर, गुरप्रीत सेखों, नीता देओल, अमन धोतियां, आतंकी हरमिंदर मिंटू और कश्मीर सिंह गलवड्डी शामिल था. नाभा जेल में हुई वारदात का मास्टरमाइंड रमनजीत सिंह था. जिसको अब हांगकांग ने भारत सरकार को सौंप दिया है. जिसके बाद रमनजीत सिंह को दिल्ली लाया गया है.
रमनजीत सिंह उर्फ रोमी को भारत लाई पंजाब पुलिस
पंजाब पुलिस की एक टीम रमनजीत सिंह उर्फ रोमी को भारत लाई है. वो नाभा जेल तोड़ने का मास्टरमाइंड है. रमनजीत की साजिश के कारण ही जेल से छह खूंखार अपराधी भागने में कामयाब हुए थे.पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा कि नाभा जेल तोड़ने के मुख्य साजिशकर्ता रमनजीत को भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया है. डीजीपी गौरव यादव ने पोस्ट में आगे कहा कि पंजाब पुलिस के काफी प्रयासों के बाद रमनजीत को आज न्याय के कठघरे में लाने के लिए वापस लाया जा रहा है. आईएसआई और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के हरमिंदर सिंह मिंटू और कश्मीर सिंह गलवड्डी समेत अन्य फरार कैदियों के संपर्क में था रमनजीत.
2018 में शुरू हुई थी प्रत्यर्पण की कार्रवाई
गौरव यादव ने कहा कि एजीटीएफ पंजाब रोमी को वापस लाने के लिए रवाना हो चुकी है. हम इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए हांगकांग के अधिकारियों, सीबीआई, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और अन्य सभी एजेंसियों को धन्यवाद देते हैं. बठिंडा के बंगी रुलदू गांव का रहने वाला है रमनजीत सिंह उर्फ रोमी . साल 2018 में ही रमनजीत के खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू कर दी गई थी. साल 2016 में रमनजीत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद वो जमानत पर जेल से बाहर आया था. इसी बीच वो हांगकांग भाग गया था. पंजाब पुलिस ने रमनजीत के प्रत्यर्पण के लिए विदेश मंत्रालय के सामने मुद्दा उठाया था.रमनदीप के खिलाफ 2017 में रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हुआ था. साल 2018 से की जा रही कार्रवाई में अब पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है.
