एशिया कप राइजिंग स्टार्स 2025 का सफर इंडिया ए के लिए रोमांचक उतार-चढ़ाव के साथ खत्म हुआ. सेमीफाइनल मुकाबले में टीम ने आखिरी गेंद तक संघर्ष किया, स्कोर बराबर भी किया, लेकिन सुपर ओवर में एक भी रन न बना पाने की वजह से बांग्लादेश ए ने उन्हें मात देकर फाइनल में जगह बना ली. नियमित 20 ओवरों में दोनों टीमों ने 194-194 रन बनाए थे, जिससे मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंचा लेकिन निर्णायक क्षण में इंडिया ए पिछड़ गई.
बांग्लादेश ए की तूफानी शुरुआत
दोहा के वेस्ट एंड इंटरनेशनल स्टेडियम में बांग्लादेश ए ने टॉस के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए जबरदस्त आगाज किया. ओपनर हबीबुर रहमान ने 46 गेंदों में 65 रन बनाकर भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बना दिया. उनके साथी जीशान आलम ने भी 14 गेंदों में 26 रन बनाकर तेजी से रन जोड़ने में मदद की. हालांकि, शुरुआती जोश के बाद इंडिया ए की गेंदबाजी ने बीच के ओवर्स में वापसी की और महज 16.2 ओवर में बांग्लादेश के छह विकेट गिरा दिए. इस दौरान टीम का स्कोर सिर्फ 130 रन था, लेकिन इसके बाद मैच ने अचानक करवट बदली.
मेहरोब हसन की विस्फोटक पारी ने बदला मैच
बांग्लादेश के बल्लेबाज मेहरोब हसन ने अंतिम ओवर्स में ऐसी आतिशी पारी खेली कि मैच का रंग ही बदल गया. उन्होंने केवल 18 गेंदों में 6 छक्कों और 1 चौके की मदद से 48 रन ठोक दिए. हसन की इस ताबड़तोड़ मार के कारण बांग्लादेश ए 194 तक पहुंच गया. इंडिया ए के लिए सुयश शर्मा सबसे किफायती गेंदबाज रहे, जिन्होंने अपने चार ओवर में सिर्फ 17 रन देकर एक विकेट लिया. गुरजपनीत सिंह ने दो विकेट चटकाए लेकिन बड़े हिट्स को रोकना मुश्किल साबित हुआ.
वैभव और प्रियांश ने दी इंडिया ए को धुआंधार शुरुआत
लक्ष्य का पीछा करते हुए इंडिया ए की शुरुआत शानदार रही. महज 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने पहले ही ओवर में 19 रन ठोक दिए और दो ओवर के अंदर 4 छक्के जड़ दिए. उन्होंने 15 गेंदों में 38 रन बनाकर टीम को तेज शुरुआत दी. उनके बाद प्रियांश आर्या ने 23 गेंदों में 44 रन बनाकर रनगति को जारी रखा. 10 ओवर में 98 रनों तक पहुंचकर इंडिया ए मजबूत स्थिति में दिख रही थी, लेकिन तीन विकेट गिर जाने से थोड़ी दबाव की स्थिति बन गई.
जितेश-नेहाल की साझेदारी और आखिरी ओवर का रोमांच
कप्तान जितेश शर्मा ने नेहाल वढेरा के साथ मिलकर टीम को 150 रन तक पहुंचाया. मगर ठीक तभी जितेश आउट हो गए, जिससे मैच का संतुलन बदल गया. आखिरी ओवर में टीम को 16 रन चाहिए थे. आशुतोष शर्मा ने छक्का और चौका लगाकर उम्मीदें बढ़ाईं, लेकिन पांचवीं गेंद पर बोल्ड हो गए. आखिरी गेंद पर हर्ष दुबे और उनके साथी ने जबरदस्त रनिंग से तीन रन पूरे कर मैच को टाई कराया और मुकाबला सुपर ओवर में पहुंचाया.
सुपर ओवर में चूक और बांग्लादेश की जीत
सुपर ओवर में इंडिया ए की बल्लेबाजी बिखर गई. पहली गेंद पर कप्तान जितेश बोल्ड हो गए और अगली ही गेंद पर आशुतोष कैच आउट हो गए. भारत एक भी रन नहीं बना सका. जवाब में बांग्लादेश को सिर्फ एक रन चाहिए था. पहली गेंद पर विकेट गिरा, लेकिन अगली गेंद वाइड हो गई और यही एक रन बांग्लादेश को फाइनल में पहुंचाने के लिए काफी था. इस तरह इंडिया ए का सफर बेहद रोमांचक अंदाज़ में खत्म हो गया.