कासगंज – जीआरपी अनुभाग आगरा के प्रभारी निरीक्षक रिपुदमन सिंह के कुशल नेतृत्व और सजग मार्गदर्शन में उनकी ऑपरेशन मुस्कान टीम ने एक असाधारण और मानवीय कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। यह सफलता बाल सुरक्षा के प्रति जीआरपी आगरा की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। टीम ने नई दिल्ली में भटक रहे नेपाल के तीन नाबालिग बालकों संदेश (11 वर्ष), दीपेश (12 वर्ष), और राहुल (14 वर्ष) को महज दो दिनों के भीतर उनके परिजनों से सकुशल मिला दिया।

जानकारी के अनुसार, 10 नवंबर 2025 को ये बालक पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मिले थे। चूंकि बच्चों को अपने पते के बारे में सही जानकारी नहीं थी और एक बालक तोतला रहा था, इसलिए उनकी पहचान करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। लेकिन, प्रभारी निरीक्षक रिपुदमन सिंह के निर्देश पर मुख्य आरक्षी तेजवीर शर्मा, आरक्षी अभिषेक कुमार, और आरक्षी विजय तोमर की टीम ने धैर्य और शालीनता के साथ बच्चों से लगातार बातचीत की।
व्हाट्सएप कॉल से निर्णायक सफलता:
टीम की प्रो-एक्टिव सोच का प्रमाण तब मिला जब बालक संदेश द्वारा बताए गए फोन नंबर पर सामान्य कॉल नहीं लग पाई। टीम ने बिना निराश हुए तुरंत व्हाट्सएप कॉलिंग का सहारा लिया और यह प्रयास निर्णायक साबित हुआ। इस कॉल के माध्यम से नेपाल में संदेश की मां से संपर्क हुआ, जिन्होंने तीनों बच्चों के लापता होने की पुष्टि की।
संपर्क स्थापित होने के बाद, आज, 12 नवंबर 2025 को, माननीय बाल कल्याण समिति, नई दिल्ली के आदेश पर तीनों बालकों को उनके माता-पिता और नेपाल दूतावास के अधिकारी श्री दीपक साहब (फर्स्ट सेक्रेटरी) की गरिमामयी उपस्थिति में विधिवत रूप से सुपुर्द कर दिया गया।

बच्चों के परिजनों ने जीआरपी टीम को आशीर्वाद देते हुए आभार व्यक्त किया। वहीं, नेपाल दूतावास ने भी प्रभारी निरीक्षक रिपुदमन सिंह और उनकी पूरी टीम के इस उत्कृष्ट, संवेदनशील और अनुकरणीय कार्य की जमकर सराहना की है, जो पुलिस बल की मानवीय छवि को मजबूत करता है।
यह प्रस्तुति कोतवाल (प्रभारी निरीक्षक) और उनकी टीम के नेतृत्व और परिश्रम को उजागर करती है, जिससे यह निश्चित रूप से प्रशंसा योग्य बनेगी।