इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने 2025-26 सीजन के लिए अपने नए मेंस इंटरनेशनल सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट्स का ऐलान कर दिया है। इस बार बोर्ड ने कुल 30 खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट की सूची में शामिल किया है। इनमें से 14 खिलाड़ियों को दो साल का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट, जबकि 12 खिलाड़ियों को एक साल का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। इसके अलावा, भविष्य के लिए उभरते हुए चार युवा खिलाड़ियों को डेवलपमेंट कॉन्ट्रैक्ट से नवाजा गया है।
छह खिलाड़ियों से छीना गया कॉन्ट्रैक्ट
बोर्ड ने जहां कई नए चेहरों को मौका दिया है, वहीं छह ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिन्हें इस बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया है। इन खिलाड़ियों में जॉनी बेयरस्टो, जैक लीच, लियम लिविंगस्टन, ओली स्टोन, रीस टॉपली और जॉन टर्नर शामिल हैं। ये सभी पिछले सत्र में बोर्ड के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा थे। इसके अलावा, हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले क्रिस वोक्स भी इस नई सूची में जगह नहीं बना सके हैं। दूसरी ओर, सोनी बेकर, लियाम डॉसन, साकिब महमूद, जेमी ओवरटन और ल्यूक वुड को पहली बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट मिला है, जो उनके करियर के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
बेन स्टोक्स का बड़ा फैसला
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने एक बड़ा फैसला लेते हुए दो साल के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर साइन किए हैं। यह कॉन्ट्रैक्ट 30 सितंबर 2027 तक प्रभावी रहेगा। इस कदम से साफ संकेत मिलता है कि स्टोक्स 2027 की घरेलू एशेज सीरीज तक इंग्लैंड टीम के साथ बने रहेंगे। 34 वर्षीय स्टोक्स पिछले कुछ समय से चोटों के कारण केवल टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, लेकिन इस अनुबंध से उन्होंने अपने भविष्य के इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम का कॉन्ट्रैक्ट भी 2027 तक बढ़ाया गया है, जिससे टीम का नेतृत्व और रणनीति स्थिर बनी रहेगी।
कौन-कौन पहुंचे नई लिस्ट में
दो साल के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले खिलाड़ियों में जोफ्रा आर्चर, गस एटकिंसन, हैरी ब्रुक, जोस बटलर, सैम करन, जो रूट, बेन स्टोक्स, आदिल राशिद जैसे दिग्गज शामिल हैं। वहीं, एक साल के कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में जैक क्रॉली, ओली पोप, मार्क वुड, फिल साल्ट, रेहान अहमद जैसे नाम शामिल हैं।
भविष्य की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने चार उभरते खिलाड़ियों जोश हल, एडी जैक, टॉम लॉज़ और मिशेल स्टेनली को डेवलपमेंट कॉन्ट्रैक्ट दिया है, ताकि उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुभव के लिए तैयार किया जा सके।
नए दौर की शुरुआत
ECB का यह फैसला इंग्लैंड क्रिकेट में नई पीढ़ी के खिलाड़ियों को मौका देने और टीम को भविष्य के लिए मजबूत करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। जबकि कुछ बड़े नामों का बाहर होना निश्चित रूप से चौंकाने वाला है, यह स्पष्ट है कि बोर्ड अब युवाओं पर भरोसा जताते हुए एक नए दौर की शुरुआत कर चुका है।