Delhi High Court से सेलिना को राहत, यूएई में भाई को मिलेगा लीगल रिप्रेजेंटेशन, सेलिना बोलीं – रोशनी दिखी है!

बॉलीवुड एक्ट्रेस सेलिना जेटली, जो लंबे समय से फिल्म इंडस्ट्री से दूर हैं, इन दिनों एक अलग वजह से सुर्खियों में हैं। उनकी चर्चा किसी फिल्म या ग्लैमर से नहीं, बल्कि उनके भाई मेजर (रिटायर्ड) विक्रांत जेटली के मामले को लेकर हो रही है। विक्रांत जेटली पिछले एक साल से यूएई (UAE) में हिरासत में हैं, और सेलिना का परिवार उनकी रिहाई के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है। अब इस संघर्ष में उन्हें दिल्ली हाई कोर्ट से राहत की किरण दिखाई दी है।

दिल्ली हाई कोर्ट का बड़ा फैसला

सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने संबंधित सरकारी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सेलिना जेटली के भाई को यूएई में प्रभावी कानूनी प्रतिनिधित्व दिलाने के लिए जरूरी कदम उठाएं। सेलिना के परिवार का कहना है कि विक्रांत को न केवल कानूनी सहायता से वंचित रखा जा रहा है, बल्कि उनसे किसी भी तरह का संपर्क भी संभव नहीं हो पा रहा है। इस पर कोर्ट ने सरकार से एक स्टेटस रिपोर्ट मांगी है और यह सुनिश्चित करने को कहा है कि विक्रांत को जल्द से जल्द एक योग्य लीगल रिप्रेजेंटेटिव प्रदान किया जाए।

एक्ट्रेस का इमोशनल सोशल मीडिया पोस्ट

कोर्ट के फैसले के बाद सेलिना ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावनात्मक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा कि “एक सैनिक के साथ खड़े होना – आज मुझे दिल्ली हाई कोर्ट से आशा की एक किरण मिली है। 14 महीनों की कठिन लड़ाई के बाद आखिरकार अंधेरे के अंत में रोशनी नजर आई है।” सेलिना ने बताया कि वह अदालत से बाहर निकलते ही यह पोस्ट लिख रही थीं, क्योंकि इतने लंबे संघर्ष के बाद उन्हें न्याय की दिशा में पहला ठोस कदम महसूस हुआ।

परिवार और देश के लिए प्रेरणा बनीं सेलिना

सेलिना ने अपने पोस्ट में यह भी लिखा कि माननीय न्यायमूर्ति सचिन दत्ता ने सरकार को निर्देश दिया है कि उनके भाई के मामले में पूरी सहायता दी जाए और संपर्क की सुविधा के लिए एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया जाए। उन्होंने कहा, “मेरे भाई ने देश के लिए लड़ाई लड़ी है, अब हमारी बारी है कि हम उनके लिए खड़े हों।” एक्ट्रेस ने अदालत के इस फैसले की सराहना करते हुए उम्मीद जताई कि जल्द ही उनके भाई को न्याय मिलेगा और वह अपने परिवार के पास लौट पाएंगे।

उम्मीद की नई शुरुआत

सेलिना जेटली के इस संघर्ष ने दिखाया है कि जब परिवार किसी प्रियजन के लिए एकजुट होता है, तो उम्मीद कभी खत्म नहीं होती। अदालत का यह आदेश न केवल उनके लिए बल्कि उन तमाम परिवारों के लिए एक प्रेरणा है, जो न्याय की राह में संघर्ष कर रहे हैं।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra