लेंसकार्ट के संस्थापक और सीईओ पीयूष बंसल, जो टीवी शो शार्क टैंक इंडिया से भी मशहूर हैं, अब भारत के नए अरबपतियों की सूची में शामिल होने के करीब हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर लेंसकार्ट का शेयर आगामी आईपीओ के बाद ₹510 के स्तर को छू लेता है, तो बंसल की कुल संपत्ति 1 अरब डॉलर यानी करीब ₹8,300 करोड़ से अधिक हो सकती है। यह उपलब्धि उन्हें देश के चुनिंदा सेल्फ-मेड उद्यमियों में शामिल कर देगी।
आईपीओ और शेयर मूल्य का दायरा
लेंसकार्ट का बहुप्रतीक्षित प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) 31 अक्टूबर से 4 नवंबर तक निवेशकों के लिए खुला रहेगा। कंपनी ने अपने शेयरों का मूल्य दायरा ₹382 से ₹402 प्रति शेयर तय किया है। इस आईपीओ के जरिए कंपनी लगभग ₹2,150 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है, जबकि मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल के तहत ₹5,128 करोड़ के शेयर बेचेंगे। यह आईपीओ न केवल लेंसकार्ट के लिए बल्कि भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए भी एक अहम पड़ाव माना जा रहा है।
पीयूष और नेहा बंसल की हिस्सेदारी
पीयूष बंसल इस ऑफर फॉर सेल में लगभग 2.05 करोड़ शेयर बेचेंगे, जिससे उन्हें करीब ₹824 करोड़ की राशि प्राप्त होगी। हालांकि, शेयर बिक्री के बाद भी उनके पास कंपनी की 8.78% हिस्सेदारी बनी रहेगी, जो पहले 10.28% थी। उनकी बहन और सह-संस्थापक नेहा बंसल भी आईपीओ में हिस्सा लेंगी। वे करीब 10.1 लाख शेयर बेचेंगी, जिससे उन्हें लगभग ₹40.6 करोड़ की राशि मिलेगी, और उनके पास भी कंपनी की 7% से अधिक हिस्सेदारी बनी रहेगी।
ग्रे मार्केट में जोरदार प्रतिक्रिया
आईपीओ लॉन्च से पहले ही लेंसकार्ट के शेयरों को ग्रे मार्केट में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। कई वेबसाइटों के मुताबिक, कंपनी के शेयरों पर 25–26% तक का प्रीमियम देखने को मिल रहा है। यदि यह रुझान बरकरार रहा और लिस्टिंग के बाद शेयर ₹510 तक पहुंचा, तो पीयूष बंसल की नेटवर्थ अरबपति स्तर को पार कर जाएगी।
ग्रोथ और भविष्य की योजनाएं
2010 में स्थापित लेंसकार्ट ने भारत के आईवियर बाजार को पूरी तरह बदल दिया है। कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्लेटफॉर्म्स पर मजबूत पकड़ बनाई है। वित्त वर्ष 2025 में लेंसकार्ट ने ₹297 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि पिछले साल ₹10 करोड़ का घाटा था। कुल राजस्व 22% बढ़कर ₹6,652 करोड़ तक पहुंच गया। कंपनी अब नए फंड का उपयोग स्टोर्स की संख्या बढ़ाने और मौजूदा आउटलेट्स के संचालन खर्चों को पूरा करने में करेगी। भारत में इसके 2,100 से अधिक स्टोर्स हैं, जबकि बाकी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में फैले हुए हैं।
 
				 
								