Kasganj: लाखों का खेला जा रहा नगरिया गंगा कटरी में जुआं, पुलिस पर लगे गंभीर आरोप, पढ़ें पूरी खबर

कासगंज जिले की सोरों कोतवाली क्षेत्र से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. आरोप है कि नगरिया गंगा कटरी के पास एक लाखों रुपये का संगठित जुए का अड्डा धड़ल्ले से चल रहा है, और इसमें पुलिस की मिलीभगत की बू आ रही है. जानकारी के अनुसार, ये जुआं रोजाना शाम 3 बजे से रात 7 बजे तक चलता है, जिसमें दूर-दूर से लोग अपनी किस्मत आजमाने आते हैं. इस जुएं के अड्डे को दो कुख्यात गैंगस्टर रोहतास मौर्य और कोठी बाबू चला रहे हैं, जिनसे इलाके के लोग खौफ खाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि ये अवैध कारोबार खुलेआम प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही.

पुलिस पर लगे गंभीर आरोप !

सबसे बड़ा और गंभीर आरोप सीधे सोरों कोतवाली के कोतवाल पर लगा है. स्थानीय सूत्रों का दावा है कि कोतवाल की ‘सह’ से ये जुआ खेल संचालित हो रहा है. आरोप है कि वे अपराध को रोकने के बजाय “अपराध कराकर धन अर्जित करने की मानसिकता” से काम कर रहे हैं. ग्रामीणों और प्रबुद्ध नागरिकों ने आरोप लगाया कि पुलिस की मिलीभगत के कारण ये रैकेट लगातार फल-फूल रहा है. यहां तक कि बताया गया है कि जुआ से होने वाली कमाई का हिस्सा ऊपर तक जाता है, जिससे बड़े अधिकारी भी कार्रवाई करने से बचते हैं.

कार्रवाई न होने के पीछे गंभीर वजह

सूत्रों के मुताबिक, इस अवैध कारोबार पर कार्रवाई न होने के पीछे एक बेहद गंभीर वजह सामने आई है वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की इनकम प्रभावित होना. स्थानीय लोगों का कहना है कि ये जुआ अड्डा पुलिस विभाग की कमाई का स्रोत बन चुका है, जिसके चलते किसी भी स्तर पर कोई छापा या ठोस कार्रवाई नहीं की जाती. यही कारण है कि यह खेल कई दिनों से बिना किसी डर या रोक-टोक के चल रहा है. आरोप ये भी हैं कि जब किसी ने इसकी शिकायत की, तो पुलिस ने उल्टा डराने-धमकाने का प्रयास किया, ताकि कोई इस मामले को उठाने की हिम्मत न करे.

आने वाली पीढ़ी हो रही बर्बाद !

इस पूरे घटनाक्रम का सबसे दर्दनाक पहलू ये है कि इस अवैध जुए की वजह से इलाके की युवा पीढ़ी बर्बादी की राह पर जा रही है. कई युवा इस लत में पड़कर अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं और कर्ज में डूब रहे हैं. ग्रामीणों ने अब जिला प्रशासन और पुलिस विभाग से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. लोगों का कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे जन आंदोलन शुरू करेंगे.

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra