Tea का स्वाद वही, सेहत होगी डबल, बस करें ये छोटे बदलाव!

भारत में चाय सिर्फ एक पेय नहीं, बल्कि कई लोगों की सुबह की जरूरत है. अख़बार हो या बातचीत की शुरुआत, चाय के बिना सब अधूरा लगता है. लेकिन रोजाना पी जाने वाली यह चाय कई बार सेहत पर गलत असर भी डाल सकती है. ऐसे में अगर आप चाय के स्वाद से समझौता किए बिना इसे हेल्दी बनाना चाहते हैं, तो कुछ छोटे लेकिन असरदार बदलाव आपकी चाय को पहले जैसी टेस्टी और उससे भी ज्यादा फायदेमंद बना सकते हैं.

दूध बदलें, चाय बने हल्की और हेल्दी

चाय में इस्तेमाल होने वाला फुल-फैट दूध कई बार जरूरत से ज्यादा फैट और कैलोरी बढ़ा देता है. सेवन कम किए बिना चाय को हल्का बनाने का सबसे आसान तरीका है टोंड या स्किम्ड दूध का उपयोग. आप चाहें तो प्लांट-बेस्ड विकल्प जैसे बादाम, सोया या ओट मिल्क भी ले सकते हैं. ये दूध हल्के, पचने में आसान होते हैं और चाय को क्रीमी टेक्सचर भी देते हैं, जिससे स्वाद बिल्कुल प्रभावित नहीं होता.

चीनी कम करें, मीठा स्वाद बरकरार रखें

अक्सर लोग दिन में कई बार चाय पीने के साथ काफी चीनी भी ले लेते हैं, जिससे शरीर पर अतिरिक्त शुगर लोड बढ़ जाता है. सफेद चीनी की जगह गुड़, शहद या स्टीविया जैसे नेचुरल स्वीटनर बेहतर विकल्प हैं. खासकर गुड़ जब दालचीनी या इलायची के साथ चाय में मिलाया जाता है, तो न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है बल्कि सेहत के लिए भी ज्यादा लाभदायक होता है.

मसालों का सही इस्तेमाल चाय को बनाएं औषधीय

चाय में मसाले डालना भारतीयों की आदत है, लेकिन इन्हीं मसालों का सही कॉम्बिनेशन चाय को हेल्दी बना देता है. अदरक, दालचीनी, इलायची और लौंग में जबरदस्त एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. इन्हें पहले पानी में अच्छी तरह उबालकर फिर चाय पत्ती मिलाने से इनके सारे फायदे चाय में घुल जाते हैं और स्वाद भी दोगुना हो जाता है.

क्वालिटी पत्ती से मिलेगी बेहतर चाय, कम नुकसान

अगर चाय का स्वाद बेहतर होगा तो दूध और चीनी की जरूरत अपने आप कम हो जाएगी. इसलिए हमेशा अच्छी क्वालिटी की चाय पत्ती चुनें. असम या दार्जिलिंग की मीडियम या लार्ज लीफ चाय स्वाद में मजबूत होती है और कम मात्रा में भी बेहतरीन फ्लेवर देती है. इससे आपकी चाय ज्यादा ताज़ा और हेल्दी बनेगी.

इंस्टेंट मिक्स से दूरी, खुद बनी चाय ज्यादा सुरक्षित

इंस्टेंट टी मिक्स और आर्टिफिशियल क्रीमर में हिडन शुगर और फैट छुपे होते हैं. बेहतर है कि ताजा दूध, मसाले और चाय पत्ती से ही चाय तैयार करें. इससे न सिर्फ स्वाद बढ़ेगा बल्कि आपकी रोजमर्रा की चाय शरीर पर अतिरिक्त बोझ भी नहीं डालेगी.

कम कैफीन वाली चाय से मिलेगी शांति और सेहत

अगर आप ज्यादा कैफीन नहीं लेना चाहते, तो तुलसी, लेमनग्रास या अदरक वाली हर्बल चाय बेहतरीन विकल्प है. यह चाय कैफीन से मुक्त होती है और शरीर को हल्का, शांत और तरोताजा महसूस कराती है. तुलसी को सामान्य चाय में मिलाकर भी इसके फायदे बढ़ाए जा सकते हैं.

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra