SLOWDOWN: तीन हफ्तों में जुटाए 31,000 करोड़, फिर अचानक सुस्त पड़ा IPO मार्केट, SME इश्यू रखेंगे निवेशकों की दिलचस्पी जारी

नवंबर के पहले तीन हफ्तों में लगभग 31,000 करोड़ रुपये जुटाने के बाद आने वाला सप्ताह आईपीओ बाजार के लिए काफी शांत रहने वाला है। इसकी मुख्य वजह यह है कि इस हफ्ते कोई भी नया मेनबोर्ड आईपीओ लॉन्च नहीं होगा। बड़े इश्यूज में इस ठहराव के बावजूद तीन एसएमई आईपीओ बाजार में खुलने जा रहे हैं, जिससे छोटे और मध्यम स्तर पर गतिविधि जारी रहेगी। यह सुस्ती ऐसे समय में आई है जब हाल के महीनों में लेंसकार्ट, ग्रो, पाइन लैब्स और फिजिक्सवाला जैसी बड़ी कंपनियों ने मार्केट में काफी हलचल पैदा की थी और निवेशकों का जोरदार रुझान देखने को मिला था।

तीन एसएमई आईपीओ से बाजार में बनी रहेगी हलचल

आने वाले सप्ताह में सबसे पहले एसएसएमडी एग्रोटेक इंडिया अपना आईपीओ पेश करेगी, जो 25 नवंबर को खुलेगा। मनोहर एग्रो और सुपर एसएस जैसे पुराने ब्रांडों से जुड़ी यह कंपनी कई दशक पुरानी कृषि एवं खाद्य उत्पाद श्रृंखला का हिस्सा है। यह निर्माण, ट्रेडिंग और री-पैकिंग से जुड़े कार्यों में सक्रिय है। कंपनी 114-121 रुपये प्रति शेयर के दायरे में 34.09 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। यह इश्यू 27 नवंबर को बंद होगा।

मदर न्यूट्री फूड्स और केके सिल्क मिल्स भी लाएंगी इश्यू

इसके बाद 26 नवंबर से मदर न्यूट्री फूड्स और केके सिल्क मिल्स के आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे। 2022 में स्थापित मदर न्यूट्री फूड्स पीनट बटर का निर्माण करती है और स्प्रेड एंड ईट ब्रांड के तहत लीबिया, दुबई और जापान जैसे बाजारों में अपने फ्लेवर्ड प्रोडक्ट बेचती है। यह कंपनी 39.59 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखती है और इसका ऑफर 28 नवंबर को बंद होगा।

तीसरा आईपीओ केके सिल्क मिल्स का है, जो 1991 से फैब्रिक और परिधान उद्योग में सक्रिय है। इसकी उत्पाद श्रृंखला में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के कपड़ों के साथ शेरवानी और बुर्का जैसे विशेष फैब्रिक भी शामिल हैं। कंपनी 36-38 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर 28.5 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है और इसका सब्सक्रिप्शन 28 नवंबर तक चलेगा।

दिसंबर और 2026 में बढ़ेगी बाजार की रफ्तार

हालांकि इस समय मेनबोर्ड आईपीओ की गतिविधियां धीमी हैं, लेकिन बाजार विश्लेषकों का कहना है कि दिसंबर में फिर से तेज़ी देखने को मिल सकती है। कंज्यूमर-इंटरनेट, मैन्युफैक्चरिंग और फाइनेंस सेक्टर की कई प्रमुख कंपनियां दस्तावेज तैयार कर रही हैं या जमा कर चुकी हैं। अनुमान है कि 2026 में आईपीओ बाजार और भी अधिक व्यस्त रहेगा, क्योंकि कई बड़ी कंपनियां लिस्टिंग की तैयारी में जुट चुकी हैं।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra