छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम एक दर्दनाक ट्रेन हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। जानकारी के मुताबिक, जयराम नगर स्टेशन के पास गेवरा रोड–बिलासपुर (68733) मेमू लोकल ट्रेन की आमने-सामने टक्कर एक मालगाड़ी से हो गई। यह हादसा गटोरा और बिलासपुर स्टेशन के बीच अप लाइन पर शाम करीब 4 बजे हुआ। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों ट्रेनों के कई डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और चीख-पुकार मच गई।
चार की मौत, कई घायल
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है, जबकि दो से तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। मौके पर वरिष्ठ रेलवे अधिकारी, स्थानीय प्रशासन और रेस्क्यू टीमें पहुंच चुकी हैं। रेलवे ने ट्रैक को खाली कराने और फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकालने का अभियान तेज कर दिया है।
घटना स्थल पर अफरा-तफरी, लोगों ने शुरू किया बचाव कार्य
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जैसे ही दोनों ट्रेनों की टक्कर हुई, इलाके में तेज धमाके जैसी आवाज गूंजी और आसपास के लोग मौके की ओर दौड़ पड़े। पैसेंजर ट्रेन का एक कोच मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया, जिससे स्थिति और भयावह हो गई। स्थानीय लोगों ने बिना समय गंवाए यात्रियों की मदद शुरू की और घायलों को बाहर निकालकर एंबुलेंस से अस्पताल भेजा। कई यात्रियों को हल्की चोटें आई हैं, जबकि कुछ को गंभीर चोटों के कारण उपचार की आवश्यकता है।
रेलवे अधिकारियों ने संभाला मोर्चा
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश और बिलासपुर मंडल के रेल प्रबंधक राजमल खोईवाल मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने पूरी स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों की निगरानी की। रेलवे की मेडिकल टीम भी घटनास्थल पर मौजूद है और लगातार घायलों को प्राथमिक इलाज दे रही है। हादसे के कारण अप लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है, जिसे बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
हेल्पलाइन नंबर जारी, जांच के आदेश
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों और उनके परिजनों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं- चंपा जंक्शन: 808595652, रायगढ़: 975248560, और पेंड्रा रोड: 8294730162। किसी भी आपात स्थिति में यात्री इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। फिलहाल टक्कर कैसे हुई, इसकी जांच शुरू कर दी गई है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि सभी संसाधन मौके पर भेजे गए हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है। यह हादसा एक बार फिर रेलवे सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर गया है।