राजस्थान की राजधानी जयपुर में सोमवार को एक भयावह सड़क हादसे ने पूरे शहर को दहला दिया। हरमाड़ा थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार से दौड़ते एक डंपर ने सड़क पर कहर बरपा दिया। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 25 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सभी घायलों को जयपुर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें डंपर मौत की रफ्तार से सड़क पर दौड़ता दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि डंपर करीब पांच किलोमीटर तक इसी तरह लोगों को कुचलता हुआ आगे बढ़ता गया।
अस्पतालों में बढ़ा अफरा-तफरी का माहौल
राजस्थान के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने हादसे में 14 लोगों की मौत की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि कांवटिया अस्पताल में 20 मरीज लाए गए थे, जिनमें से 10 की मौके पर ही मौत हो गई। एसएमएस अस्पताल में भर्ती 10 मरीजों में से दो ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि बाकी आठ में से दो की हालत अभी भी नाजुक है। इसके अलावा सीकर रोड स्थित सीकेएस अस्पताल में भर्ती एक व्यक्ति की भी मौत हुई। प्रशासन ने फिलहाल एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में नौ शव और कांवटिया अस्पताल की मोर्चरी में चार शव रखवाए हैं।
सड़क पर खून से सनी ज़िंदगी की तस्वीरें
यह हादसा सोमवार दोपहर करीब एक बजे हुआ। डंपर इतनी तेज रफ्तार में था कि उसने सामने आने वाले बाइक सवारों और पैदल चल रहे लोगों को बेरहमी से कुचल दिया। कुछ ही मिनटों में सड़क लहूलुहान हो गई और चारों ओर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। मौके का मंजर इतना भयावह था कि कई लोगों ने अपने परिजनों को पहचानने में भी मुश्किल झेली।
नशे में था चालक, लोगों ने की पिटाई
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डंपर चालक पूरी तरह नशे में था और बेकाबू होकर वाहन चला रहा था। जब डंपर आखिरकार रुका, तो गुस्साए लोगों ने चालक को पकड़कर उसकी जमकर पिटाई की। हालांकि, पुलिस समय रहते मौके पर पहुंची और आरोपी चालक को भीड़ से बचाकर हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि चालक से पूछताछ जारी है और उसकी मेडिकल जांच कराई जा रही है ताकि हादसे के सही कारणों का पता चल सके।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
जयपुर कलेक्टर जितेंद्र सोनी ने बताया कि घटना में 14 लोगों की मौत हुई है और चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता दी जाए।
राजस्थान में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसे
यह हादसा पिछले 20 दिनों में राजस्थान में हुआ तीसरा बड़ा सड़क हादसा है। 14 अक्टूबर को जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर चलती बस में आग लगने से 28 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 2 नवंबर को फलोदी में हुए हादसे में 15 लोगों ने जान गंवाई थी। अब जयपुर का यह ताजा हादसा राज्य में सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है।