Srikakulam में एकादशी का मातम! वेंकटेश्वर मंदिर में भगदड़ से 9 की मौत, प्रधानमंत्री और सीएम ने जताया शोक

आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में एकादशी के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने त्रासदी का रूप ले लिया। काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में शनिवार को भगदड़ मच गई, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। यह मंदिर एक निजी ट्रस्ट द्वारा संचालित है और प्रशासन से भीड़ की अनुमति नहीं ली गई थी। बताया जा रहा है कि जहां श्रद्धालु एकत्रित हुए थे, वहां निर्माण कार्य चल रहा था, जो हादसे की मुख्य वजह बन गया। राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

अधूरे निर्माण और अव्यवस्था ने बढ़ाई मुश्किलें

वेंकटेश्वर मंदिर को खुले हुए केवल चार महीने ही हुए हैं और अभी भी निर्माण कार्य जारी है। मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सिर्फ एक ही रास्ता था, जिससे प्रवेश और निकास दोनों हो रहे थे। जैसे ही भीड़ बढ़ी, मंदिर के भीतर अफरातफरी मच गई। लोहे की रेलिंग जो भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगाई गई थी, वह टूट गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। देखते ही देखते स्थिति भयावह हो गई और कई लोग दम घुटने से गिर पड़े।

छोटे तिरुपति में उमड़ी विशाल भीड़

स्थानीय किसान मुकुंद पांडा ने अपने खेत में इस मंदिर का निर्माण करवाया था, जिसे लोग “छोटा तिरुपति” कहते हैं। कार्तिक एकादशी और शनिवार का संयोग होने के कारण श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भगवान के दर्शन के लिए उमड़ पड़ी। हादसा सुबह करीब 11 बजकर 45 मिनट पर हुआ। सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोगों ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया और पुलिस ने मौके पर राहत कार्य शुरू कर दिया।

मंदिर परिसर में मचा हाहाकार

भगदड़ के बाद मंदिर के अंदर का दृश्य दिल दहला देने वाला था। पूजा का सामान हर जगह बिखरा पड़ा था, महिलाएं और बच्चे बेसुध हालत में दिखाई दे रहे थे। कुछ श्रद्धालु एक-दूसरे को सीपीआर देकर बचाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस और मेडिकल टीम ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया, लेकिन भीड़ की वजह से हालात नियंत्रण में लाने में समय लगा।

नेताओं ने जताया दुख, जांच के आदेश

हादसे की खबर फैलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने गहरा शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीकाकुलम की यह घटना बेहद हृदयविदारक है और प्रशासन को तुरंत राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। डिप्टी सीएम ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि घायलों को हर संभव मदद और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

प्रशासन को सख्त निर्देश

सरकार ने जिला प्रशासन को आदेश दिया है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को सख्ती से लागू किया जाए। सभी बड़े मंदिरों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर विशेष गाइडलाइन जारी करने की तैयारी की जा रही है। इस हादसे ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या निजी धार्मिक स्थलों पर प्रशासनिक निगरानी जरूरी नहीं होनी चाहिए। श्रीकाकुलम की यह घटना पूरे राज्य के लिए एक चेतावनी बन गई है।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra