अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम को मेलबर्न में एक कड़ा झटका लगा है। शनिवार, 31 अक्टूबर को खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट से हरा दिया। बल्लेबाजी क्रम में किए गए प्रयोग भारतीय टीम के लिए भारी साबित हुए और पूरी टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 125 रन पर सिमट गई। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान मिचेल मार्श की तूफानी पारी की बदौलत लक्ष्य को महज 13.2 ओवर में हासिल कर लिया।
भारतीय बल्लेबाजों की नाकामी और हेजलवुड का कहर
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। टॉप ऑर्डर पूरी तरह बिखर गया और टीम ने 8वें ओवर तक सिर्फ 49 रन पर अपने पांच विकेट गंवा दिए। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जॉश हेजलवुड ने भारतीय बल्लेबाजों पर कहर बरपाया। उन्होंने अपने चार ओवर के स्पैल में मात्र 13 रन देकर शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा के विकेट झटक लिए। उनके सामने भारतीय बल्लेबाज असहाय नजर आए।
अभिषेक शर्मा की दमदार पारी, फिर भी नहीं बची टीम इंडिया
जहां एक ओर भारतीय बल्लेबाज पवेलियन लौटते रहे, वहीं युवा ओपनर अभिषेक शर्मा ने अकेले मोर्चा संभाला। उन्होंने 37 गेंदों में 68 रन की शानदार पारी खेली और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने की कोशिश की। उन्हें हर्षित राणा (35 रन) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने मिलकर छठे विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी की। लेकिन जैसे ही यह साझेदारी टूटी, बाकी बल्लेबाज फिर ढह गए और पूरी टीम 18.4 ओवर में 125 रन पर ऑलआउट हो गई।
मार्श और हेड की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से खत्म हुआ खेल
भारतीय गेंदबाजों के लिए दूसरी पारी और भी चुनौतीपूर्ण साबित हुई। ऑस्ट्रेलिया की ओपनिंग जोड़ी ट्रेविस हेड और कप्तान मिचेल मार्श ने शुरुआत से ही आक्रामक अंदाज अपनाया। दोनों ने सिर्फ 5 ओवरों में टीम को 50 रन के पार पहुंचा दिया। ट्रेविस हेड 28 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन मार्श ने कुलदीप यादव के एक ही ओवर में 20 रन ठोक दिए। हालांकि, वह उसी ओवर में 46 रन बनाकर आउट हुए, पर तब तक मैच ऑस्ट्रेलिया की झोली में जा चुका था।
मेलबर्न में 17 साल बाद भारत की हार
मेलबर्न के मैदान पर टीम इंडिया की टी20 क्रिकेट में यह 17 साल बाद पहली हार है। पिछली बार भारत को यहां 2008 में ऑस्ट्रेलिया ने हराया था। उसके बाद टीम इंडिया ने इस मैदान पर लगातार जीत दर्ज की थी। इस हार के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने 5 मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। अब अगर भारत को सीरीज जीतनी है, तो उसे बाकी के तीनों मुकाबले जीतने होंगे।