बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन ने अपना साझा घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस घोषणा पत्र का नाम ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ रखा गया है। पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी, पवन खेड़ा, दीपांकर भट्टाचार्य और अखिलेश सिंह सहित गठबंधन के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। मंच पर तेजस्वी यादव की बड़ी तस्वीर के साथ राहुल गांधी और अन्य नेताओं की तस्वीरें भी लगाई गई थीं। इस घोषणा पत्र में तेजस्वी यादव द्वारा पिछले कुछ दिनों में किए गए सभी वादों को शामिल किया गया है।
हर परिवार को नौकरी और स्थायी रोजगार का वादा
महागठबंधन ने अपने घोषणा पत्र में रोजगार को मुख्य मुद्दा बनाया है। इसमें कहा गया है कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही 20 दिनों के अंदर हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का कानून लाया जाएगा। इसके अलावा सभी जीविका दीदियों को स्थायी किया जाएगा और उन्हें सरकारी नौकरी का दर्जा दिया जाएगा। उनका वेतन 30 हजार रुपये मासिक तय किया जाएगा। वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं के फॉर्म और परीक्षा शुल्क को समाप्त करने की भी घोषणा की गई है, ताकि युवाओं पर आर्थिक बोझ कम हो सके।
महिलाओं और किसानों के लिए बड़े ऐलान
घोषणा पत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाओं का वादा किया गया है। ‘माई-बहन मान योजना’ के तहत महिलाओं को 1 दिसंबर से प्रति माह 2500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। हर अनुमंडल में महिला कॉलेजों की स्थापना की जाएगी, ताकि बेटियों को उच्च शिक्षा का अवसर मिल सके। किसानों के लिए भी राहत भरी घोषणाएं की गई हैं, जिसमें कहा गया है कि सभी फसलों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर की जाएगी। साथ ही मनरेगा मजदूरी को 255 से बढ़ाकर 300 रुपये प्रतिदिन किया जाएगा।
सामाजिक न्याय और आरक्षण पर बड़ा ऐलान
महागठबंधन ने सामाजिक न्याय की दिशा में बड़ा कदम उठाने का वादा किया है। घोषणा पत्र में कहा गया है कि आरक्षण की 50% सीमा बढ़ाई जाएगी, और अति पिछड़ा वर्ग को पंचायत और नगर निकायों में 30% आरक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा विधवा, वृद्ध और दिव्यांग पेंशन बढ़ाने का भी वादा किया गया है। हर परिवार को 200 यूनिट मुफ्त बिजली और महिलाओं के लिए बस यात्रा फ्री करने की योजना भी शामिल है।
बिहार को बदलने का संकल्प – तेजस्वी यादव
घोषणा पत्र जारी करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन का मकसद सिर्फ सरकार बनाना नहीं, बल्कि “बिहार को बनाना” है। उन्होंने कहा कि यह संकल्प पत्र बिहार के विकास का रोडमैप है, और हर वादा जनता से किया गया एक जिम्मेदार प्रण है। वहीं मुकेश सहनी ने कहा कि हर संकल्प पूरा किया जाएगा, क्योंकि यह सिर्फ चुनावी वादा नहीं, बल्कि नए बिहार की नींव है।
 
				 
								