Bihar की ये डिशेज हैं दुनिया भर में फेमस, ठेकुआ से लेकर मखाना तक, हर डिश में परंपरा का तड़का

जब भी कोई बिहार का नाम लेता है, तो सबसे पहले लिट्टी-चोखा की तस्वीर आंखों के सामने उभर आती है। गेहूं के आटे की लिट्टी और बैंगन, आलू व टमाटर के चोखे का यह मेल पूरे भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी मशहूर है। लेकिन बिहार का स्वाद सिर्फ लिट्टी-चोखा तक सीमित नहीं है। यहां की रसोई में ऐसे कई व्यंजन हैं जो न केवल स्वादिष्ट हैं, बल्कि परंपरा और संस्कृति की खुशबू भी समेटे हुए हैं।

ठेकुआ – छठ पूजा की शान

बिहार के हर घर की पहचान है ठेकुआ, जो छठ पूजा के बाद लगभग एक महीने तक नाश्ते की थाली में रहता है। गेहूं के आटे, गुड़ और देसी घी से बना यह कुरकुरा मिठा स्नैक न सिर्फ बिहार बल्कि दुनिया भर में बसे बिहारियों का पसंदीदा प्रसाद है।

खाजा – परंपरा का मीठा स्वाद

राजगीर और गया की गलियों में मिलने वाला खाजा बिहार की मिठाइयों में खास जगह रखता है। परतदार और कुरकुरा खाजा हर शादी-ब्याह और त्योहार का जरूरी हिस्सा है। इसे खाने के बाद मीठे का असली स्वाद लंबे समय तक याद रहता है।

चूड़ा-दही – सुबह की ऊर्जा का स्रोत

अगर आप बिहार की सुबह का असली स्वाद लेना चाहते हैं, तो चूड़ा-दही (पोहे और दही) का नाश्ता जरूर करें। यह सादा पर पौष्टिक भोजन बिहारियों की पहली पसंद है, जो गर्मी के दिनों में शरीर को ठंडक और ऊर्जा दोनों देता है।

मखाना – बिहार का सुपरफूड

बिहार के मखाना की चर्चा अब ग्लोबल लेवल पर हो रही है। चाहे मखाना खीर हो या नमकीन मखाना, यह व्यंजन हर उम्र के लोगों को पसंद आता है। दरअसल, बिहार का मिथिलांचल क्षेत्र मखाना उत्पादन के लिए दुनिया भर में जाना जाता है।

अनरसा – परंपरा में घुली मिठास

अनरसा, चावल के आटे और गुड़ से बनी एक ऐसी मिठाई है जो त्योहारों में हर घर की थाली में दिखती है। इसका स्वाद और सुगंध दोनों मन मोह लेते हैं।

सत्तू की लस्सी – देसी एनर्जी ड्रिंक

बिहार की गर्मी में ठंडक पाने का सबसे बढ़िया तरीका है सत्तू की लस्सी। यह ड्रिंक न सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि शरीर को तुरंत ऊर्जा भी देती है।

अगर आप अगली बार बिहार जाएं, तो सिर्फ लिट्टी-चोखा तक सीमित न रहें। ठेकुआ से लेकर सत्तू लस्सी तक हर व्यंजन बिहार की संस्कृति, मेहनत और स्वाद की कहानी कहता है। बिहार की थाली सिर्फ पेट नहीं भरती, ये दिल भी जीत लेती है।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra