दिवाली के पांच दिनों के त्योहार की शुरुआत धनतेरस से होती है, जिसे धन त्रयोदशी भी कहा जाता है। यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धन्वंतरि जी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि धनतेरस पर की गई खरीदारी घर में धन की वृद्धि और सुख-समृद्धि लाती है। हालांकि, कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिन्हें खरीदना शुभ नहीं माना जाता। इन्हें खरीदने से माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और घर में दरिद्रता आ सकती है।
इस साल धनतेरस कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, धनतेरस 2025 में 18 अक्टूबर, शनिवार को दोपहर 12:18 बजे से शुरू होकर 19 अक्टूबर, रविवार दोपहर 1:51 बजे तक रहेगी। इस दिन शुभ समय में पूजा और खरीदारी करने से विशेष लाभ मिलता है।
धनतेरस पर न खरीदने वाली 7 चीजें
1. लोहे से बनी चीजें
धनतेरस पर धातु खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन लोहे से बनी वस्तुएं अशुभ मानी जाती हैं। लोहा शनिदेव का प्रतीक है और इसकी खरीदारी जीवन में अशुभता ला सकती है।
2. स्टील के बर्तन या सामान
इस दिन स्टील के बर्तन या अन्य स्टील की वस्तुएं नहीं खरीदनी चाहिए। इससे घर में धन और सुख की वृद्धि पर प्रभाव पड़ सकता है।
3. कांच से बनी वस्तुएं
कांच राहु का कारक माना जाता है। धनतेरस पर कांच से बनी चीजें खरीदने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर में अशांति फैल सकती है।
4. नुकीली चीजें
सुई, कैंची, चाकू जैसी धारदार और नुकीली वस्तुएं खरीदना वर्जित है। ऐसा करने से घर में दुर्भाग्य और नकारात्मकता आती है।
5. खाली बर्तन
बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन ध्यान रखें कि खाली बर्तन न लाएं। खाली बर्तन घर में खालीपन और असमृद्धि का संकेत देते हैं।
6. काले रंग की चीजें
काले रंग की वस्तुएं अशुभ मानी जाती हैं। धनतेरस पर काले रंग के कपड़े या सामान खरीदने से बचें।
7. तेल और घी
तेल और घी खरीदने से आर्थिक तंगी आ सकती है। यदि जरूरत हो तो इन्हें धनतेरस से एक दिन पहले ही खरीद लें।
धनतेरस पर सही चीजों की खरीदारी करने से घर में समृद्धि आती है और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। वहीं, ऊपर बताई गई चीजों से बचना आवश्यक है। इस तरह आप धनतेरस के शुभ अवसर का पूरा लाभ ले सकते हैं।