Green peas or chickpeas: सेहत के लिए कौन है ज्यादा फायदेमंद? जानिए पूरी सच्चाई

हरी मटर और छोले दोनों ही भारतीय खानपान का अहम हिस्सा हैं। ये न सिर्फ स्वाद में लाजवाब हैं, बल्कि पोषण से भी भरपूर हैं। दोनों लेग्यूम्स फैमिली से आते हैं, लेकिन इनके पोषक तत्व और सेहत पर असर अलग-अलग होते हैं। कई लोग मानते हैं कि मटर और छोले एक जैसे फायदे देते हैं, जबकि हकीकत यह है कि दोनों की न्यूट्रिशन प्रोफाइल काफी अलग है।

हरी मटर: फाइबर और विटामिन सी का खजाना

हरी मटर को सर्दियों का सुपरफूड कहा जाता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन C, विटामिन K, फोलेट, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करती है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। फाइबर की वजह से यह पाचन को भी दुरुस्त करती है और कब्ज की समस्या से बचाती है। साथ ही, इसमें मौजूद मिनरल्स हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाते हैं। हालांकि, जरूरत से ज्यादा सेवन करने पर ब्लोटिंग या गैस की दिक्कत हो सकती है।

छोले: प्रोटीन और एनर्जी का बेहतरीन स्रोत

छोले या चना शरीर के लिए प्रोटीन का बहुत अच्छा स्त्रोत है। इसमें डायटरी फाइबर, आयरन, जिंक, मैग्नीशियम और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। छोले खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे ओवरईटिंग से बचाव होता है। यही वजह है कि यह वजन घटाने और मसल्स गेन करने वालों के लिए बढ़िया विकल्प है। हेल्थलाइन के अनुसार, एक कप उबले छोले में लगभग 14.5 ग्राम प्रोटीन होता है। छोले ब्लड शुगर को संतुलित करने और पाचन तंत्र को मजबूत करने में भी मदद करते हैं।

पोषण तुलना: कौन आगे है?

पोषण के लिहाज से हरी मटर और छोले, दोनों ही बेहद पौष्टिक हैं, लेकिन इनके गुण अलग-अलग हैं। अगर 100 ग्राम की मात्रा में तुलना करें तो हरी मटर में लगभग 81 कैलोरी होती है, जबकि उबले छोले में लगभग 164 कैलोरी पाई जाती है। यानी छोले ऊर्जा का बेहतर स्रोत हैं। प्रोटीन की बात करें तो छोले इसमें आगे हैंृ 100 ग्राम छोले में लगभग 8.9 ग्राम प्रोटीन, जबकि हरी मटर में करीब 5.4 ग्राम प्रोटीन मिलता है।

कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी छोले में ज्यादा है; 100 ग्राम छोले में लगभग 27.4 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, जबकि हरी मटर में केवल 14.5 ग्राम होता है। वहीं, फाइबर की बात करें तो छोले में 7.6 ग्राम फाइबर और हरी मटर में 5.1 ग्राम फाइबर होता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है।

फैट की मात्रा हरी मटर में बहुत कम यानी 0.4 ग्राम है, जबकि छोले में यह लगभग 2.6 ग्राम होती है। हालांकि, यह हेल्दी फैट होता है जो शरीर के लिए फायदेमंद है। विटामिन C के मामले में हरी मटर छोले से कहीं आगे है। इसमें करीब 40 मिलीग्राम विटामिन C होता है, जबकि छोले में मात्र 1.3 मिलीग्राम पाया जाता है।

इस तुलना से स्पष्ट है कि हरी मटर हल्की और विटामिन सी से भरपूर है, जो इम्यूनिटी और स्किन हेल्थ के लिए बेहतरीन है, जबकि छोले ज्यादा प्रोटीन और एनर्जी देने वाले हैं, जो मसल्स गेन और लंबे समय तक एनर्जी बनाए रखने के लिए बेहतर विकल्प हैं।

कौन है आपके लिए बेहतर विकल्प?

अगर आप वेट लॉस या इम्यूनिटी बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं, तो हरी मटर आपके लिए बेहतरीन है क्योंकि इसमें कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर होता है। वहीं, अगर आप मसल्स गेन या प्रोटीन रिच डाइट लेना चाहते हैं, तो छोले बेहतर विकल्प हैं। दोनों ही फूड्स सीमित मात्रा में खाने पर शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हैं।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra