रणजी ट्रॉफी से पहले महाराष्ट्र के लिए प्रैक्टिस मैच खेल रहे पृथ्वी शॉ ने मुंबई के खिलाफ जबरदस्त शतक लगाया। उन्होंने 219 गेंदों में 181 रन बनाए और मुंबई के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। शॉ की इस पारी की मदद से महाराष्ट्र की टीम 430 रन तक पहुँच गई। खास बात यह है कि यह शतक शॉ ने अपनी पुरानी टीम मुंबई के खिलाफ बनाया, जिसे उन्होंने इसी साल छोड़ा था।
305 रनों की शानदार साझेदारी
पृथ्वी शॉ ने अपनी पारी में ऑलराउंडर अर्शीन कुलकर्णी के साथ पहले विकेट के लिए 305 रन जोड़े। उन्होंने 84 गेंदों में अर्धशतक और 144 गेंदों में शतक पूरा किया। इस प्रदर्शन ने साफ कर दिया कि रणजी सीजन में शॉ महाराष्ट्र के लिए बड़ा प्रभाव डालने वाले हैं। उनकी आक्रामक और अलग अंदाज की बैटिंग दर्शकों को काफी प्रभावित कर रही है।
मैच में विवाद और भिड़ंत
लेकिन शॉ के आउट होने के बाद मैदान पर विवाद खड़ा हो गया। उन्हें मुंबई के मुशीर खान ने आउट किया। इसके बाद मुंबई के खिलाड़ियों ने शॉ के खिलाफ स्लेजिंग शुरू कर दी। शॉ ने स्लेजिंग सुनकर आपा खो दिया और मैदान पर चिल्लाने लगे। मामला बढ़ता देख अंपायर को बीच-बचाव करना पड़ा। इस घटना ने प्रैक्टिस मैच में थोड़ी नाटकीयता पैदा कर दी।
शॉ की क्षमता और भविष्य
पृथ्वी शॉ ने इस मैच में अपने बल्ले से यह दिखा दिया कि वह किसी भी टीम के लिए गेम बदलने की क्षमता रखते हैं। उनका तेज़ और आक्रामक खेल रन बनाने के साथ-साथ टीम की मानसिकता को भी मजबूत करता है। इस प्रैक्टिस मैच ने महाराष्ट्र के लिए उनकी तैयारियों को भी उजागर किया और यह संकेत दिया कि रणजी ट्रॉफी में वह अपनी टीम के लिए बड़ी पारियां खेल सकते हैं।