Kartik month 2025: 8 अक्टूबर से शुरू हो रहा कार्तिक मास, जानें तुलसी पूजा के अद्भुत लाभ

हिंदू कैलेंडर का नौवां महीना कार्तिक 8 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है और इसे बेहद पुण्यदायी माना गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इसी महीने भगवान विष्णु चार महीने की निद्रा योग से जागते हैं। कार्तिक मास में तुलसी माता की पूजा का विशेष महत्व है और इसे करने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।

कार्तिक मास में तुलसी पूजा के लाभ

धार्मिक दृष्टि से कार्तिक महीना बहुत खास है। इस मास में व्रत, त्योहार और स्नान-दान करने का विशेष महत्व है। तुलसी पूजा करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। तुलसी पूजा से घर का वातावरण शुद्ध होता है और बुरी शक्तियां दूर रहती हैं। यह कुंडली के दोषों को शांत करने में मदद करता है। इसके अलावा, तुलसी पूजा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।

कार्तिक मास में तुलसी पूजा की विधि

ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।

तांबे या पीतल के लोटे से तुलसी पर जल चढ़ाएं।

कुमकुम या रोली का तिलक लगाएं और अक्षत अर्पित करें।

तुलसी माता को फूल और सात्विक मिठाई का भोग लगाएं।

तुलसी के पौधे की 4 या 7 बार परिक्रमा करें।

अंत में तुलसी माता के मंत्रों का जाप करें और आरती करें।

तुलसी पर दीपक जलाना और परिक्रमा

कार्तिक मास में तुलसी पर दीपक रोजाना शाम के समय जलाना चाहिए, विशेषकर सूर्यास्त के बाद। दीपक घी या तिल के तेल से जलाना शुभ माना जाता है, देसी गाय के घी का इस्तेमाल और भी पवित्र माना जाता है। तुलसी की परिक्रमा 7, 11, 21, 51 या 108 बार करनी चाहिए। मान्यता है कि इससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।

तुलसी पूजा घर और जीवन दोनों के लिए बेहद लाभकारी

कार्तिक मास में तुलसी पूजा घर और जीवन दोनों के लिए बेहद लाभकारी है। इसे नियमित रूप से करने से न केवल धार्मिक पुण्य मिलता है, बल्कि मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य में भी लाभ होता है।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra