गोवा से शुरू हुआ एक वैवाहिक विवाद अब उत्तर प्रदेश के कन्नौज के सौरिख इलाके तक पहुंच गया है. मामला जहीर शेख और उनकी पत्नी सबा शेख उर्फ पिंकी के बीच लगातार बढ़ती तकरार का है. अब ये विवाद केवल पति-पत्नी तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसमें दोनों परिवार भी शामिल हो गए हैं. सबसे बड़ा मुद्दा बन गई है नाबालिग बेटी आयत फातिमा की कस्टडी, जिसे लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने हैं.
पति का आरोप- बच्ची को गलत माहौल में रखा
जहीर शेख का कहना है कि उनकी पत्नी सबा शेख 17 मई 2025 को बिना बताए गोवा वाले घर से निकल गईं और अपनी बेटी को लेकर मुंबई पहुंच गईं. वहां वो अपने परिचित अजहद शेख के घर कुछ दिनों तक रुकीं तीन दिन बाद वो वापस लौटीं, लेकिन तब तक रिश्ते में दरार गहरी हो चुकी थी. जहीर का आरोप है कि सबा अब उनसे अलग होकर नई जिंदगी शुरू करने की तैयारी में हैं. उनका दावा है कि सबा ने अपनी बेटी को भांडुप (पश्चिम) स्थित अपनी मौसी के पास छोड़ दिया है, जबकि वो खुद नए रिश्तों में व्यस्त हैं. जहीर ने कहा कि अजहद शराब पीता है और इस माहौल में उनकी बेटी सुरक्षित नहीं है.
पुराना विवाद बना नई लड़ाई की वजह
परिवार के अनुसार, जहीर और सबा के बीच तनाव की शुरुआत 2022 में हुई थी. 14 अक्टूबर 2022 को जहीर ने कथित तौर पर सबा को अजहद के साथ गोवा के एक होटल में रंगे हाथों पकड़ लिया था. इसके बाद से दोनों के बीच लगातार झगड़े होते रहे. हाल ही में 24 सितंबर 2025 को विवाद तब और भड़क गया जब सबा ने घर में तोड़फोड़ की. परिवार का कहना है कि उन्होंने टीवी, फ्रिज और ओवन जैसे सामान नुकसान पहुंचाया और पिछले तीन महीनों से जहीर को घर में घुसने नहीं दे रही हैं.
ससुराल पक्ष पर भी लगाए गंभीर आरोप
जहीर का ये भी आरोप है कि 30 सितंबर 2025 को सबा के माता-पिता कैसर अली और जरिना बेगम मुंबई पहुंचे, और उन्होंने अपनी बेटी की शादी अज़हद शेख से कराने की बात कही. इस बात को लेकर दोनों परिवारों में कहा-सुनी हुई, हालांकि मामला हाथापाई तक नहीं पहुंचा. इसके बाद जहीर ने मुलुंड डीसीपी ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बेटी की कस्टडी अपने पास देने की मांग की. उनका कहना है कि वह बच्ची की परवरिश और सुरक्षा के लिए बेहतर माहौल दे सकते हैं.
अभी अदालत की चौखट तक नहीं पहुंचा मामला
फिलहाल यह विवाद न तो पुलिस जांच में गया है और न ही अदालत में दाखिल हुआ है, लेकिन दोनों परिवार कानूनी तैयारी में जुट चुके हैं. मामला अब इस पर आकर अटक गया है कि अदालत किसे सही ठहराती है पिता, जो बेटी की सुरक्षा का हवाला दे रहा है, या मां, जो अपनी नई जिंदगी शुरू करना चाहती है. इस वक्त गोवा से लेकर कन्नौज तक ये मामला अब हर जगह चर्चा में है लोग कह रहे हैं एक परिवार की टूटन अब समाज की बहस बन चुकी है, जहां सवाल सिर्फ रिश्तों का नहीं, बल्कि एक मासूम बच्ची के भविष्य का है.