बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इस बार राज्य में चुनाव दो चरणों में होंगे, 6 और 11 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 14 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। बिहार में कुल 243 सीटों पर मतदान होगा और मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है।
पहली बार दो चरणों में चुनाव
बिहार में पहली बार विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराए जा रहे हैं। इससे पहले 2020 में तीन चरणों और 2015 में पांच चरणों में मतदान हुआ था। चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार प्रक्रिया को और पारदर्शी व आसान बनाने के लिए कई नई पहल की गई हैं।
कब और कितनी सीटों पर वोटिंग
6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होगा।
11 नवंबर को 122 सीटों पर वोटिंग होगी।
इन 243 सीटों में से 203 सामान्य, 38 अनुसूचित जाति (SC) और 2 अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित हैं।
चुनाव आयोग की बड़ी घोषणाएं
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि इस बार के चुनाव सुगम, सरल और पारदर्शी होंगे।
फेक न्यूज पर सख्त निगरानी रखी जाएगी।
किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मतदाता सूची का शुद्धिकरण 24 जून से 30 सितंबर के बीच किया गया और अंतिम सूची जारी हो चुकी है।
अगर किसी का नाम छूट गया है, तो नामांकन की आखिरी तारीख से 10 दिन पहले तक जोड़ा जा सकता है।
वोटर्स से जुड़ी अहम जानकारी
बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या करोड़ों में है-
3.92 करोड़ पुरुष वोटर
3.40 करोड़ महिला वोटर
14 लाख नए (पहली बार) वोटर्स
14 हजार मतदाता 100 वर्ष से अधिक आयु के
हर मतदान केंद्र पर 1200 से ज्यादा वोटर नहीं होंगे और हर बूथ पर वेबकास्टिंग की जाएगी।
सुविधा और तकनीकी सुधार
चुनाव आयोग ने इस बार 17 नई पहलें शुरू की हैं –
दिव्यांगों को फॉर्म-20 के जरिए घर से मतदान की सुविधा मिलेगी।
कुल 90,412 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं।
हर केंद्र पर मोबाइल सेंटर की सुविधा होगी, ताकि मतदाता अपने फोन साथ ले जा सकें।
EVM में उम्मीदवारों की रंगीन फोटो और स्पष्ट सीरियल नंबर होंगे।
पोस्टल बैलेट की गिनती अब अंतिम दो राउंड से पहले अनिवार्य की जाएगी।
डिजिटल प्लेटफॉर्म और हेल्पलाइन
चुनाव आयोग ने 40 ऐप्स को एक साथ जोड़कर ECINET प्लेटफॉर्म तैयार किया है, जहां चुनाव से जुड़ी सभी जानकारी एक जगह उपलब्ध होगी। मतदाता BLO से सीधे संपर्क कर सकते हैं और हेल्पलाइन 1950 पर जानकारी पा सकते हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में बाहरी राज्यों के पर्यवेक्षक तैनात होंगे, जिनके नाम और नंबर ECINET पर उपलब्ध रहेंगे। इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव कई मायनों में खास होगा। दो चरणों में मतदान, तकनीकी सुधारों और पारदर्शी व्यवस्था के साथ यह चुनाव राज्य की राजनीति में नई दिशा तय करेगा।