मुंबई, जिसे कभी “शहर जो कभी नहीं सोता” कहा जाता है, अब अपनी चमक में एक और सितारा जोड़ने जा रही है। देश की आर्थिक राजधानी जल्द ही दुनिया के सबसे आधुनिक हवाई अड्डों में से एक नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) का स्वागत करेगी। 8 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भव्य एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। दोपहर 2:40 बजे पीएम मोदी एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे, निरीक्षण करेंगे और उद्घाटन के बाद एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। यह एयरपोर्ट न केवल मुंबई बल्कि पूरे भारत की विमानन क्षमता को एक नया आयाम देगा।
एयरपोर्ट की क्षमता और चरणबद्ध विस्तार
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पूरी तरह से चालू होने के बाद सालाना 9 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता रखेगा, जिससे यह दुनिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में शामिल होगा। पहले चरण में एयरपोर्ट से 400 उड़ानें प्रतिदिन संचालित होंगी, जबकि शुरुआती महीने में यह संख्या 60 उड़ानों से शुरू होकर छह महीनों में 300 तक पहुंच जाएगी। पहले ही दिन से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। यदि शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें नहीं होतीं, तो अक्टूबर महीने के भीतर उन्हें भी शामिल किया जाएगा। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का अनुपात 4:1 रहेगा, जिसे मांग के अनुसार बढ़ाया जा सकेगा।
कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर
शुरुआत में कनेक्टिविटी चुनौती हो सकती है, लेकिन एनएमआईए को भारत का “सबसे बेहतर कनेक्टेड एयरपोर्ट” बनाने की योजना है। इसे सड़क, रेल, मेट्रो, एयर टैक्सी और जलमार्गों से जोड़ा जाएगा। साथ ही इसके आसपास एक एयरोसिटी भी विकसित की जा रही है, जिसमें होटल, बिज़नेस ज़ोन और मनोरंजन की सुविधाएं होंगी।
आर्थिक और रणनीतिक महत्व
यह एयरपोर्ट मुंबई के मौजूदा CSMIA पर भीड़ को कम करेगा और नए रोजगार व व्यापारिक अवसरों के द्वार खोलेगा। यह जवाहरलाल नेहरू पोर्ट (JNPT) से 14 किमी, तलोजा इंडस्ट्रियल एरिया से 22 किमी, और मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक से 35 किमी की दूरी पर स्थित है, जो इसे एक रणनीतिक केंद्र बनाता है। सिडको के प्रबंध निदेशक विजय सिंघल ने बताया कि 1,160 एकड़ में फैले इस प्रोजेक्ट के फेज-1 का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे। फेज-2 वर्ष 2029, फेज-3 वर्ष 2032 और फेज-4 वर्ष 2036 तक पूरा होगा। अब तक करीब 19,640 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, जबकि पूरे एयरपोर्ट पर कुल 1 लाख करोड़ रुपये की लागत आने की उम्मीद है।
भारत की नई उड़ान
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट केवल एक हवाई अड्डा नहीं, बल्कि भारत की नई उड़ान और आधुनिक विकास का प्रतीक है। दिसंबर से यहां से राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और कार्गो उड़ानें शुरू होंगी, जो भारत को वैश्विक एविएशन हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होंगी।