सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोना 2,200 रुपये चढ़कर 1,16,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। 99.9% शुद्धता वाला सोना, जो शुक्रवार को 1,14,000 रुपये पर बंद हुआ था, जो कि सोमवार को सीधे नई ऊंचाई पर पहुंच गया। वहीं 99.5% शुद्धता वाला सोना 2,150 रुपये की छलांग लगाकर 1,15,650 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया।
वैश्विक संकेतों का बड़ा असर
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के जिंस विश्लेषक सौमिल गांधी के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी का सीधा असर घरेलू दामों पर पड़ा है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नरम नीति और ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने डॉलर और बॉन्ड की मजबूती को सीमित किया है, जिससे सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं को बल मिला है।
निवेश और केंद्रीय बैंकों की भूमिका
विशेषज्ञों का कहना है कि एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs) में मजबूत निवेश और केंद्रीय बैंकों की निरंतर खरीदारी ने भी कीमतों को नई ऊंचाई पर पहुंचाने में योगदान दिया है। केवल 2025 के इस कैलेंडर वर्ष में सोने की कीमतें अब तक 37,250 रुपये प्रति 10 ग्राम यानी लगभग 47% बढ़ चुकी हैं। 31 दिसंबर 2024 को सोना 78,950 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
चांदी में भी जोरदार उछाल
सोने के साथ-साथ चांदी ने भी रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया है। सोमवार को चांदी 4,380 रुपये चढ़कर 1,36,380 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) पर पहुंच गई। शुक्रवार को यह 1,32,000 रुपये पर बंद हुई थी। इस साल अब तक चांदी 52% बढ़ चुकी है। 31 दिसंबर 2024 को 89,700 रुपये प्रति किलोग्राम रही चांदी अब 46,680 रुपये ऊपर पहुंच चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी रौनक
वैश्विक स्तर पर हाजिर सोना 1% से अधिक चढ़कर 3,728.43 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। कोटक सिक्योरिटीज की कायनात चैनवाला के अनुसार, निवेशकों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की टिप्पणियों और चेयरमैन जेरोम पावेल के भाषण पर टिकी है। इन संकेतों से यह साफ होगा कि आने वाले महीनों में सोने और चांदी की दिशा कैसी रहेगी।
निवेशकों के लिए बड़ा संकेत
बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि ब्याज दरों में और कटौती के संकेत मिलते हैं, तो कीमती धातुओं में निवेश की लहर और तेज हो सकती है। फिलहाल सोना-चांदी की चमक निवेशकों के लिए नए अवसर और ऊंचे रिटर्न का संदेश दे रही है।