पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को विशेष सत्र के दौरान बीजेपी विधायकों और मार्शलों के बीच झड़प हो गई. झड़प के बाद बीजेपी विधायक और चीफ व्हिप शंकर घोष सहित पांच विधायकों को सदन की कार्यवाही से सस्पेंड कर दिया गया. जिन विधायकों को निलंबित किया गया है, उनमें चीफ व्हिप शंकर घोष, अग्निमित्रा पाल, मिहिर गोस्वामी, अशोक डिंडा और बंकिम घोष हैं.
इन पांचों को एक दिन यानी गुरुवार के लिए सदन की शेष कार्यवाही से सस्पेंड किया गया. विधानसभा स्पीकर के इस एक्शन बीजेपी ममता सरकार पर हमलावर है. बीजेपी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र मर चुका है. ममता ने विपक्षी विधायकों पर हमला किया. ममता ने वही गलती की जो CPM ने की थी. वहीं, बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि टीएमसी का अब अंत आ गया है.
ममता के बोलने के बाद शुरू हुआ हंगामा
अधिकारी ने कहा कि बंगाल विधानसभा में लोकतंत्र की हत्या हुई है. शुभेंदु ने कहा कि सीएम ममता और उनके प्रशासन ने लोकतंत्र की हत्या की है. दरअसल, विधानसभा में हंगामे की शुरुआत सीएम ममता के बोलने के बाद शुरू हुई. उन्होंने जैसे ही बोलना शुरू किया. बीजेपी विधायक नारेबाजी करने लगे. इसके बाद टीएमसी के विधायक भी नारे लगाने लगे.
इतना ही नहीं, विधानसभा में बोतल तक फेंकी गई. करीब 1 घंटे से ज्यादा समय तक ऐसा चलता रहा. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने नारेबाजी और सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में बीजेपी विधायकों को सस्पेंड कर दिया.
बीजेपी बंगाल विरोधी है- ममता बनर्जी
हंगामे के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी मुझे बोलने नहीं दे रही है. बीजेपी बंगाल विरोधी है. वह सदन में चर्चा नहीं चाहती. ममता ने बीजेपी को वोट चोर कहा. ममता ने कहा कि बीजेपी सरकार नहीं चाहिए.
