कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बेहद ज़रूरी मिनरल है। यह न केवल हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है बल्कि दिल की धड़कन, नसों और मांसपेशियों के सही कामकाज के लिए भी जरूरी है। कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसी वजह से डॉक्टर अक्सर प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज या उम्र बढ़ने पर कैल्शियम सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। लेकिन कई लोग इस बात से डरते हैं कि कैल्शियम की गोली खाने से किडनी स्टोन यानी पथरी हो सकती है। आइए जानते हैं इस पर विशेषज्ञों की राय।
पथरी और कैल्शियम का रिश्ता
लोगों में यह धारणा है कि कैल्शियम सप्लीमेंट ही पथरी का कारण है, जबकि यह पूरी तरह सही नहीं है। दरअसल, पथरी तब बनती है जब कैल्शियम, ऑक्जेलेट और यूरिक एसिड मिलकर किडनी में जम जाते हैं। अगर पानी कम पिया जाए और ये तत्व पेशाब के जरिए बाहर न निकलें, तो धीरे-धीरे ये जमा होकर स्टोन का रूप ले लेते हैं।
कब बढ़ता है खतरा?
कैल्शियम सप्लीमेंट से पथरी बनने का खतरा तभी होता है जब –
कैल्शियम ज़्यादा मात्रा में लिया जाए।
पर्याप्त पानी न पिया जाए।
डाइट में पहले से ही कैल्शियम और ऑक्जेलेट की मात्रा ज्यादा हो।
अगर डॉक्टर की सलाह से और संतुलित मात्रा में कैल्शियम लिया जाए तो खतरा बेहद कम रहता है।
डाइट से कैल्शियम लेना है बेहतर
विशेषज्ञ मानते हैं कि डाइट से कैल्शियम लेना सप्लीमेंट के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित है। दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, तिल और बादाम इसके बेहतरीन स्रोत हैं। इनसे न केवल शरीर को ज़रूरी पोषण मिलता है बल्कि इन्हें शरीर आसानी से पचा भी लेता है।
किन्हें रखनी चाहिए सावधानी?
जिन्हें पहले से किडनी स्टोन की समस्या रही हो।
जिनके परिवार में पथरी का इतिहास हो।
जिन लोगों को यूरिक एसिड की परेशानी रहती हो।
ऐसे लोग बिना डॉक्टर की सलाह के कैल्शियम सप्लीमेंट न लें।
पथरी से बचाव के आसान उपाय
रोज़ाना 2-3 लीटर पानी जरूर पिएं।
चाय, कॉफी और सॉफ्ट ड्रिंक्स कम करें।
डाइट में नमक और प्रोसेस्ड फूड घटाएं।
ताज़ा फल और सब्ज़ियां शामिल करें।
कैल्शियम शरीर के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन इसे हमेशा संतुलित मात्रा और डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए
