लखनऊ का लोकभवन रविवार को ऐतिहासिक पल का गवाह बना, जब भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का जोरदार अभिनंदन किया गया। हाल ही में अंतरिक्ष यात्रा से लौटे शुक्ला का स्वागत न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण था। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि राज्य सरकार शुभांशु शुक्ला के नाम से एक विशेष स्कॉलरशिप योजना शुरू करेगी।
सीएम योगी ने कहा कि शुक्ला की उपलब्धि ने भारत का मान-सम्मान बढ़ाया है और दुनिया ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की ताकत को देखा है। उन्होंने कहा, “चार दशक बाद भारत के अपने किसी सदस्य को अंतरिक्ष जाने का अवसर मिला। यह हमारा सौभाग्य है कि यह अवसर लखनऊ में जन्मे और पले-बढ़े शुभांशु शुक्ला को प्राप्त हुआ।”
योगी ने बताया शिक्षा और स्पेस टेक्नोलॉजी में बदलाव
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा जगत की स्थिति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “आज से तीन-चार वर्ष पहले उत्तर प्रदेश के किसी भी विश्वविद्यालय या संस्थान में स्पेस टेक्नोलॉजी पर कोई पाठ्यक्रम नहीं था। न सिलेबस था, न डिग्री, न डिप्लोमा और न ही कोई सर्टिफिकेट कोर्स। लेकिन आज स्थिति बदल रही है और आने वाले समय में युवा अंतरिक्ष विज्ञान की ओर अग्रसर होंगे।”
‘लखनऊ आया तो 2000 से ज्यादा सेल्फी ली’
समारोह के दौरान शुभांशु शुक्ला ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “आज जब से लखनऊ आया हूं तब से 2000 से ज्यादा सेल्फी ली हैं। वास्तव में जब कहते हैं ‘मुस्कुराइए कि आप लखनऊ में हैं’, उसे मैंने आज महसूस किया। दिल्ली से लेकर लखनऊ तक लोगों का उत्साह और एक्साइटमेंट अद्भुत रहा।”
शुक्ला ने आगे कहा कि इस बार का स्पेस डे बेहद खास रहा। उन्होंने सीएम योगी की उस बात से सहमति जताई कि आने वाले वर्षों में इसरो और भारत की अंतरिक्ष यात्रा की चर्चा पूरी दुनिया करेगी।
इसरो प्रमुख ने दी बधाई, गगनयान मिशन पर जताया गर्व
इस मौके पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन भी मौजूद रहे। उन्होंने शुक्ला को बधाई देते हुए कहा, “शुभांशु शुक्ला गए और वापस लौटे, और उन्होंने एक उत्कृष्ट कार्य किया। गगनयान मिशन के सभी चार अंतरिक्ष यात्री हमारी शान हैं। भले ही उड़ान का अवसर एक को मिला, लेकिन यह पूरी टीम की सफलता है।”
देशभर के युवाओं के लिए बनेगी प्रेरणा
शुभांशु शुक्ला की इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने देशभर के युवाओं को प्रेरित किया है। स्कॉलरशिप योजना की घोषणा के साथ ही अब उत्तर प्रदेश के छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान, प्रौद्योगिकी और रिसर्च के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे।
लोकभवन में आयोजित यह समारोह सिर्फ एक सम्मान नहीं था, बल्कि भारत की अंतरिक्ष यात्रा के नए युग की शुरुआत का प्रतीक भी था। लखनऊ के लाल शुभांशु शुक्ला ने साबित किया है कि मेहनत और जुनून से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। आने वाले समय में उनकी यह उपलब्धि नए शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बनेगी।
