उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। मंगलवार को यहां महिला CMS (चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट) और दो सीनियर डॉक्टरों के बीच तीखी बहस हो गई। यह विवाद इतना बढ़ा कि एक डॉक्टर ने खुद को रूलिंग पार्टी के विधायक का रिश्तेदार बताते हुए धमकी तक दे डाली। इस पूरे वाकये का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें तीनों एक-दूसरे से बहस करते दिख रहे हैं।
मरीजों की फाइल से शुरू हुआ विवाद
मामला मंगलवार सुबह का है। जिला अस्पताल की CMS डॉक्टर सुधा सिंह मरीजों की डिटेल्स वाली एक फाइल अपने साथ ले गई थीं। फाइल न मिलने के कारण डॉक्टरों को मरीजों का इलाज करने में परेशानी आने लगी। जब डॉक्टर सीपी रोशन और डॉक्टर शिविंदर सिंह ने इस बारे में CMS से बात करनी चाही तो विवाद बढ़ गया।
कुछ ही देर में दोनों डॉक्टर और महिला CMS आमने-सामने आ गए और बहस तेज हो गई। इस दौरान एक-दूसरे पर गंभीर आरोप भी लगाए गए।
“भैया विधायक हैं…”
CMS ने डॉक्टरों से कहा कि वे उनके कमरे से बाहर निकल जाएं और उनसे बदतमीजी न करें। इस बात पर डॉक्टर सीपी रोशन भड़क गए और जवाब में बोले कि “मेरे भैया रूलिंग पार्टी के विधायक हैं। मैं उन्हें यहां बुलाकर धरने पर बैठवा दूंगा।”
CMS का आरोप है कि दोनों डॉक्टर मिलकर उनके खिलाफ राजनीति कर रहे हैं और अस्पताल का कामकाज प्रभावित कर रहे हैं। उनका कहना है कि दोनों डॉक्टर काम नहीं करते और लगातार माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं।
डॉक्टरों का पलटवार
डॉक्टर सीपी रोशन ने CMS के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले उन्होंने एक मरीज का चेस्ट एक्स-रे लिखकर दिया था, लेकिन दो से तीन दिन तक एक्स-रे नहीं हुआ। जब इस बारे में उन्होंने नर्सिंग स्टाफ से पूछा तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
डॉ. रोशन का कहना है कि अस्पताल में पहले से अव्यवस्थाएं चल रही हैं और इसी को लेकर कुछ दिन पहले मीडिया ने भी खबर दिखाई थी। CMS को शक है कि इसके पीछे वही डॉक्टर हैं, जबकि उनका कहना है कि इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है।
अस्पताल में पहले से अव्यवस्था
सहारनपुर जिला अस्पताल में लंबे समय से अव्यवस्थाओं की शिकायतें आती रही हैं। मरीजों को समय पर इलाज और जांच न मिलने की खबरें पहले भी मीडिया में आ चुकी हैं। CMS और डॉक्टरों के बीच का यह टकराव अब उन अव्यवस्थाओं को और उजागर करता दिख रहा है।
विवाद से मरीज परेशान
अस्पताल के अंदर इस तरह के विवाद से सबसे ज्यादा नुकसान मरीजों को हो रहा है। फाइल गायब होने और स्टाफ के बीच खींचतान की वजह से इलाज का काम प्रभावित हो रहा है। जिन मरीजों को समय पर इलाज मिलना चाहिए था, वे डॉक्टरों और प्रशासनिक झगड़े के बीच फंसे हुए हैं।
सहारनपुर जिला अस्पताल का यह नया विवाद एक बार फिर स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल रहा है। सवाल यह है कि जब CMS और डॉक्टर आपस में ही भिड़े रहेंगे तो मरीजों की सुध कौन लेगा?
