Mathura: कान्हा की नगरी में जन्माष्टमी की धूम, पुलिस ने तैयार किया ऐसा ‘मास्टर प्लान’

कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव इस बार खास रहने वाला है, क्योंकि लगातार तीन दिन की छुट्टियां पड़ रही हैं। ऐसे में मथुरा और वृंदावन में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। पिछले साल जन्माष्टमी पर करीब 42 लाख भक्त आए थे, जबकि इस बार यह संख्या बढ़कर लगभग 60 लाख तक पहुंच सकती है। भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं की पुख्ता तैयारी की है।

मथुरा में सुरक्षा और यातायात व्यवस्था

श्री कृष्ण जन्मभूमि और शहर के प्रमुख मंदिरों के आस-पास सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। मथुरा को कई सेक्टर और जोन में बांटा गया है। जन्मस्थान की सुरक्षा और भक्तों की सुविधा के लिए करीब 3,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। 39 जगह बैरियर लगाए जाएंगे। मंदिर गेट के अंदर का इलाका रेड जोन, बाहर का इलाका येलो जोन और सड़क पर ग्रीन जोन होगा।

मथुरा एसएसपी श्लोक कुमार के अनुसार, जन्मस्थान क्षेत्र को 17 सेक्टर में बांटा गया है और ड्रोन से लगातार निगरानी रखी जाएगी। वाहन प्रतिबंधित रहेंगे और सेक्टर एरिया के बाहर 18 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।

भक्तों के लिए सुविधाएं

नगर आयुक्त के अनुसार, घाटों को सजाया जाएगा और लाइटिंग की जाएगी। 160 पानी के टैंकर, 63 स्थाई टॉयलेट और 75 मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था होगी, जिनमें सफाई कर्मी 24 घंटे तैनात रहेंगे। नगर निगम बैरियर, बैरीकेडिंग, वॉच टॉवर, मेडिकल कैंप, खोया-पाया केंद्र जैसी व्यवस्थाएं करेगा। शहर में 8 स्थाई और 10 अस्थाई पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे।

वृंदावन में भी विशेष इंतजाम

वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर और आसपास के इलाकों को 27 सेक्टर और 4 जोन में बांटा गया है। सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल मंगाया गया है। मंगला आरती के दिन बांके बिहारी मंदिर में केवल 500 भक्तों को ही प्रवेश मिलेगा, ताकि भीड़ नियंत्रित रहे।

पार्किंग और यातायात नियंत्रण

वृंदावन में भी जगह-जगह पार्किंग की व्यवस्था की गई है। चार पहिया वाहन और बाहरी गाड़ियों की एंट्री पर रोक रहेगी। प्रशासन का प्रयास है कि श्रद्धालु सुरक्षित और सहज रूप से दर्शन कर सकें।

त्योहार में उमंग और व्यवस्था का संगम

तीन दिन तक चलने वाला यह उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र होगा, बल्कि मथुरा-वृंदावन की संस्कृति और परंपरा को भी जीवंत करेगा। प्रशासन की तैयारी का उद्देश्य यही है कि भक्त बिना किसी असुविधा के भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव का आनंद ले सकें।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra