Premanand के समर्थन में उतरीं साध्वी प्राची, बेटियों के चरित्र पर उठाए सवाल, बोलीं- “बेटियां अब घर नहीं, नीला ड्रम भरेंगी”

हाल ही में अनिरुद्धाचार्य और संत प्रेमानंद जैसे धर्मगुरुओं के बयानों के बाद अब साध्वी प्राची का बयान भी चर्चा में आ गया है। साध्वी प्राची ने लड़कियों की सोशल मीडिया पर मौजूदगी और उनके व्यवहार को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि आज की कई लड़कियां केवल पैसा कमाने के लिए अश्लील वीडियो बना रही हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर डाल रही हैं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि अगर बेटियों को बचाना है, तो उन्हें इंस्टाग्राम और बाकी सोशल मीडिया से दूर रखना होगा।

मुजफ्फरनगर में दिया विवादित बयान

यह बयान मंगलवार शाम को उस समय सामने आया जब साध्वी प्राची बागपत से हरिद्वार जा रही थीं। रास्ते में मुजफ्फरनगर के शिव चौक पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह विवादित टिप्पणी की। उन्होंने सीधे तौर पर लड़कियों पर निशाना साधते हुए कहा, “आजकल की लड़कियां पांच-पांच बॉयफ्रेंड रखती हैं। ऐसी लड़कियां क्या किसी का घर संभालेंगी? वे तो मेरठ की मुस्कान की तरह नीला ड्रम ही भरेंगी।”

प्रेमानंद के बयान का किया समर्थन

साध्वी प्राची ने संत प्रेमानंद के हाल ही में दिए गए बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा। उनका कहना था कि समाज में जो कुछ हो रहा है, वो साफ दिख रहा है। उन्होंने मेरठ के सौरभ हत्याकांड और इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड का उदाहरण देते हुए कहा कि ये घटनाएं इस बिगड़ी हुई सोच और संस्कृति का नतीजा हैं।

कांवड़ यात्रा में भी अश्लीलता फैलाने का आरोप

साध्वी प्राची ने सावन महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर वायरल हुई कुछ लड़कियों की रील्स का जिक्र करते हुए कहा, “ऐसे पवित्र समय में भी लड़कियां अश्लील वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर रही हैं। ये शर्मनाक है। पैसे की होड़ में लड़कियां हर मर्यादा पार कर रही हैं।”

परिवारों को सतर्क रहने की सलाह

साध्वी प्राची ने इस मौके पर माता-पिता और अभिभावकों से अपील की कि वे अपनी बेटियों पर ध्यान दें और उन्हें इस डिजिटल अश्लीलता से दूर रखें। उनका कहना है कि बेटियों को सही दिशा देना आज की सबसे बड़ी जरूरत बन गई है।

संस्कृति और परंपरा पर दिया जोर

साध्वी प्राची ने कहा कि “दुनिया हमें हमारी संस्कृति और परंपरा से जानती है। भारतीय संस्कृति में पति को परमेश्वर माना जाता है। लेकिन आज की लड़कियां इस सोच से दूर होती जा रही हैं।” उन्होंने दोहराया कि अगर समाज को बचाना है तो संस्कृति और नैतिकता को मजबूत करना होगा।

इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रिया तेज हो गई है। जहां कुछ लोग साध्वी प्राची के बयान का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कई लोग इसे महिलाओं की आज़ादी और अभिव्यक्ति के अधिकार पर हमला बता रहे हैं। आने वाले दिनों में यह विवाद और भी गहराने की संभावना है।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra