23 साल की एक्ट्रेस रोशनी वालिया इन दिनों अजय देवगन की ‘सन ऑफ सरदार 2’ फिल्म को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में बड़ा खुलासा किया, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। आइए बताते हैं आपको पूरा मामला।
एक्ट्रेस रोशनी वालिया इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘सन ऑफ सरदार 2’ को लेकर सुर्खियों में हैं। इस फिल्म में वह अजय देवगन के साथ नजर आएंगी। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में अपनी मां की पेरेंटिंग स्टाइल और खुले विचारों वाली सोच पर खुलकर बात की, जो अब सोशल मीडिया पर काफी चर्चा का विषय बन गई है।
रोशनी वालिया ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनकी सक्सेस के पीछे उनकी मां का बहुत बड़ा हाथ है। उन्होंने कहा, “मैं आज जहां भी हूं, इसका पूरा श्रेय मेरी मां को जाता है। वह मेरे सपनों को पूरा करने के लिए अपना शहर छोड़कर मुंबई आ गईं।”
बचपन से ज्यादातर समय फिल्म और टेलीविजन सेट्स पर बिताने वाली रोशनी ने बताया कि इस अनुभव ने उन्हें बहुत जल्दी मैच्योर बना दिया। उन्होंने कहा, ‘इतनी कम उम्र में बड़ों के साथ काम करने से मुझे जिंदगी के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला। मैंने इंडस्ट्री की पॉलिटिक्स भी काफी जल्दी समझ ली। यह एक बहुत ही अनोखा अनुभव था’।
रोशनी से जब उनकी मां के बनाए नियमों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं ठीक तरह से बड़ी हो रही हूं और पूरा क्रेडिट मेरी मां को जाता है। वह मुझे आजादी भी देती हैं और सही मार्गदर्शन भी। उनके नियम मुझे कभी बोझ नहीं लगते, बल्कि वह मुझे ट्रेंडी लगती हैं।
इंटरव्यू में सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाली बात तब सामने आई, जब उन्होंने अपनी मां की सलाह को लेकर खुलासा किया। रोशनी ने बताया, “मेरी मम्मी हमेशा कहती हैं कि कुछ भी करो, लेकिन प्रोटेक्शन का इस्तेमाल जरूर करो। पहले वह मेरी बहन को यह सलाह देती थीं, अब मुझे भी बार-बार यही कहती हैं।”
रोशनी ने एक किस्सा सुनाया, जब उनकी मां ने उन्हें लाइफ को एंजॉय करने के लिए कहा। एक्ट्रेस ने बताया, ‘मेरी मां कहती हैं कि तुम बाहर नहीं जाती है। आज घर पर क्यों बैठी हो? पार्टी में जाओ, एंजाय करो। आज ड्रिंक भी नहीं की?’
रोशनी वालिया की मां की आधुनिक और खुले विचारों वाली परवरिश पर की गई इतनी बेबाक बातें ऑनलाइन खूब चर्चा का विषय बन गई हैं। लोगों को यह जानकर हैरानी भी हुई और खुशी भी कि उनकी मां एक सख्त, मिडिल क्लास पैरेंट की पारंपरिक छवि से कितनी अलग हैं।
रोशनी वालिया की ये बातें आज के पैरेंट्स के लिए एक सीख बन गई हैं। जहां अब भी कई मिडिल क्लास परिवारों में लड़कियों की आजादी पर पाबंदियां लगाई जाती हैं, वहीं रोशनी की मां जैसी सोच इस बात का उदाहरण है कि समय के साथ पेरेंटिंग का तरीका भी बदलना जरूरी है।
