CM योगी का प्रशासनिक एक्शन: 23 IAS अफसरों पर चला ट्रांसफर का चाबुक, परफॉर्मेंस पर मिला इनाम या सज़ा?

उत्तर प्रदेश की सत्ता में बैठे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर दिखा दिया कि उनके लिए परफॉर्मेंस ही असली पहचान है। जो अधिकारी जनता के बीच जाकर काम करेगा, उसे इनाम मिलेगा और जो मनमानी करेगा, वह हटा दिया जाएगा। हाल ही में यूपी की ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल हुआ है। एक झटके में 23 IAS अफसरों का ट्रांसफर कर दिया गया और 10 जिलों में डीएम बदले गए।

सबसे बड़ी चर्चा बनी नोएडा की नई डीएम मेधा रूपम, जो पहले कासगंज की जिम्मेदारी संभाल रही थीं। मेधा एक नेशनल लेवल राइफल शूटर रह चुकी हैं और शांत, संतुलित प्रशासनिक कार्यशैली के लिए जानी जाती हैं। योगी सरकार ने उन्हें हाईप्रोफाइल नोएडा का डीएम बना दिया है। खास बात यह कि नोएडा में अब डीएम और पुलिस कमिश्नर दोनों महिलाएं हैं।

इसी तरह प्रयागराज के डीएम रविंद्र मंदर को अब गाजियाबाद का डीएम बना दिया गया है। रविंद्र मंदर ने कुंभ और माघ मेले जैसे बड़े आयोजनों में बेहतर काम किया और रामपुर में आज़म खान के खिलाफ कार्रवाई से भी सुर्खियों में रहे।

नोएडा के पूर्व डीएम मनीष वर्मा को प्रयागराज भेजा गया है। वहीं गाजियाबाद में 6 महीने के भीतर जनता के बीच लोकप्रिय हुए दीपक मीणा को गोरखपुर की जिम्मेदारी दी गई है। दीपक मीणा को योगी सरकार का भरोसेमंद अधिकारी माना जाता है।

गोरखपुर से हटाए गए डीएम कृष्णा करुणेश का ट्रांसफर सबसे चौंकाने वाला रहा। उन्हें अब नोएडा का अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी बनाया गया है। बताया जा रहा है कि एक महिला सिपाही से जुड़े विवाद ने उनकी कुर्सी हिला दी।

इसके अलावा तीन और जिलों की डीएम चर्चा में रहीं। बहराइच की डीएम मोनिका रानी को हटाकर विशेष सचिव बना दिया गया है। उन पर अभद्र व्यवहार और कर्मचारियों की शिकायतों के चलते कार्रवाई हुई। गोंडा की डीएम नेहा शर्मा को भी बदला गया। उनके बारे में कहा जा रहा है कि वो स्थानीय नेताओं को तवज्जो नहीं देती थीं।

मिर्जापुर की डीएम प्रियंका निरंजन को गोंडा भेजा गया है। चुनाव में अपना दल (एस) के नेताओं ने उन पर सहयोग न करने का आरोप लगाया था।

इस पूरे बदलाव का एक ही साफ संदेश है – योगी सरकार में सिर्फ अफसरशाही नहीं, जवाबदेही भी चाहिए। जनता के बीच जाकर काम करने वालों को इनाम मिलेगा, लेकिन राजनीति और पब्लिक से कटे रहने वालों को नई जिम्मेदारी नहीं, नई पोस्टिंग मिलेगी।

अब देखना होगा कि जिन अफसरों को प्रमोशन मिला है, वो योगी की उम्मीदों पर कितना खरे उतरते हैं।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra

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