Mobile-TV देखते हुए खाना? जानिए क्यों है यह आदत बेहद खतरनाक!

आज की व्यस्त और तेज रफ्तार जिंदगी में मोबाइल और टीवी हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुके हैं। कई लोग खाना खाते समय टीवी ऑन कर लेते हैं या मोबाइल पर स्क्रॉल करते रहते हैं। उन्हें लगता है कि यह मनोरंजन का एक तरीका है और तनाव कम करता है। लेकिन वास्तु शास्त्र और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह आदत न केवल शरीर के लिए हानिकारक है, बल्कि मानसिक शांति, आर्थिक स्थिरता और पारिवारिक रिश्तों पर भी बुरा असर डालती है।

खाने का समय क्यों है पवित्र?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, भोजन का समय एक पवित्र प्रक्रिया है। यह सिर्फ पेट भरने का कार्य नहीं, बल्कि शरीर, मन और आत्मा का संतुलन बनाए रखने का जरिया है। जब हम खाने के समय टीवी या मोबाइल पर ध्यान देते हैं, तो हमारा मन भोजन से हट जाता है। इससे भोजन ठीक से पचता नहीं और घर की सकारात्मक ऊर्जा भी प्रभावित होती है।

मोबाइल-टीवी देखते हुए खाने की 4 बड़ी गलतियां

1. ऊर्जा का असंतुलन

टीवी और मोबाइल से निकलने वाली ब्लू लाइट और इलेक्ट्रॉनिक वेव्स घर के पॉजिटिव एनर्जी फ्लो को बाधित करती हैं। डाइनिंग एरिया में ये डिवाइस होने से घर का ऊर्जा संतुलन बिगड़ सकता है।

उपाय

भोजन करते समय टीवी और मोबाइल बंद रखें और कोशिश करें कि डाइनिंग एरिया में टीवी न हो।

2. एकाग्रता और निर्णय क्षमता पर असर

खाने के समय स्क्रीन देखने से हमारा ध्यान भोजन से हटकर कंटेंट पर चला जाता है। यह हमारी सोचने-समझने की क्षमता और एकाग्रता को कमजोर कर सकता है।

उपाय

भोजन करते समय खुद को कंट्रोल करें और ध्यानपूर्वक भोजन करें। इससे मानसिक स्पष्टता बढ़ती है।

3. आर्थिक तरक्की में रुकावट

वास्तु शास्त्र के अनुसार, भोजन करते समय स्क्रीन देखना माता लक्ष्मी की कृपा में बाधा डालता है। धीरे-धीरे इससे आर्थिक अस्थिरता भी आ सकती है।

उपाय

भोजन शुरू करने से पहले भगवान का आभार व्यक्त करें और पहला निवाला श्रद्धा से लें।

4. पारिवारिक रिश्तों में दूरी

खाने का समय परिवार को जोड़ने का सबसे अच्छा मौका होता है। जब हर कोई अपनी स्क्रीन में व्यस्त रहता है, तो बातचीत कम हो जाती है और भावनात्मक दूरी बढ़ने लगती है।

उपाय

भोजन के समय परिवार के साथ बैठकर बातचीत करें और बच्चों-बुजुर्गों को समय दें।

खाने के समय अपनाएं ये पॉजिटिव आदतें

भोजन के दौरान मोबाइल और टीवी बंद रखें।

खाने की जगह को साफ और व्यवस्थित रखें।

भोजन शुरू करने से पहले भगवान का धन्यवाद करें।

शांत वातावरण में प्रेम और ध्यान के साथ भोजन करें।

परिवार के साथ बैठकर भोजन करने की आदत डालें।

भोजन केवल शरीर को ऊर्जा देने का साधन नहीं, बल्कि यह एक पवित्र प्रक्रिया है जो मन और आत्मा को भी संतुलित करती है। मोबाइल और टीवी का शोर इस प्रक्रिया को बाधित करता है। इसलिए इन आदतों को छोड़कर ध्यान, शांति और प्रेम के साथ भोजन करना जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra

Leave a Comment