Agra में अवैध धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़: 6 राज्यों तक फैला नेटवर्क, ISIS-ISI से कनेक्शन की जांच

उत्तर प्रदेश के आगरा में धर्मांतरण का एक और बड़ा सिंडिकेट उजागर हुआ है। अब तक यह गैंग सैकड़ों लोगों का धर्मांतरण करा चुका है। जांच में सामने आया कि इनके अलग-अलग मॉड्यूल काम करते थे- एक ग्रुप फंडिंग जुटाता था, दूसरा लोगों को रैडिकलाइज करता था और तीसरा उन्हें छिपाने की व्यवस्था करता था।

आगरा जिले में अवैध धर्मांतरण का एक बड़ा सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ है, जिसने अब तक सैकड़ों लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया है। इस पूरे रैकेट का संचालन अलग-अलग मॉड्यूल में होता था, जिसमें फंडिंग, रैडिकलाइजेशन और छिपाने की व्यवस्था शामिल थी। पुलिस ने इस मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच अभी जारी है। गिरफ्तार आरोपियों में शामिल एक पीड़िता की तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें वह धर्मांतरण और कट्टरपंथ के बाद AK-47 के साथ नजर आ रही है। जांच में इसके तार एसडीपीआई और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी जुड़े पाए गए हैं।

छह राज्यों में फैला गिरोह का जाल

पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के मुताबिक, मार्च में दो बहनों की गुमशुदगी की जांच के दौरान इस रैकेट का सुराग मिला था। साइबर सेल की मदद से पता चला कि गिरोह के तार देश के छह राज्यों से जुड़े हैं। इसके बाद पुलिस की 50 सदस्यीय टीमों को गोवा समेत कई राज्यों में भेजा गया, जहां से कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। सभी की भूमिकाएं अलग-अलग थीं- कोई लीगल मदद मुहैया कराता था तो कोई नए मोबाइल फोन और सेफ हाउस की व्यवस्था करता था।

गैंग के अलग-अलग मॉड्यूल थे सक्रिय

जांच में खुलासा हुआ कि इस गैंग के पास तीन तरह के मॉड्यूल थे—एक मॉड्यूल फंडिंग का काम करता था, दूसरा लोगों को कट्टरपंथी विचारधारा में ढालता था और तीसरा उन्हें सुरक्षित जगहों पर छिपाता था। कुछ आरोपी लीगल सपोर्ट का इंतज़ाम करते थे, तो कुछ मोबाइल फोन और सेफ हाउस मुहैया कराते थे।

गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला भी शामिल है, जो पहले खुद पीड़िता रही थी लेकिन बाद में कट्टरपंथी बन गई। पुलिस के मुताबिक, उसका एक फोटो सामने आया है जिसमें वह धर्मांतरण और ब्रेनवॉश के बाद AK-47 के साथ नजर आ रही है। यह तस्वीर जांच एजेंसियों के लिए बेहद अहम सबूत बनी है।

विदेश से हो रही थी फंडिंग

इस रैकेट को अमेरिका, कनाडा और दुबई से फंडिंग मिलने के भी सबूत मिले हैं। पुलिस को शक है कि इस सिंडिकेट का कनेक्शन पीएफआई और एसडीपीआई के साथ-साथ पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से भी हो सकता है।

गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra

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