संभल ज़िले के शहबाज़पुर कलां गाँव की दो बहनें मेहरूल निशा उर्फ़ परी और महक हाल के दिनों में चर्चा में आ गईं। दोनों ने मई 2024 में “महक-परी143” नाम से इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था। शुरू में उन्होंने सामान्य वीडियो डाले, पर कुछ ही समय बाद उन्होंने ऐसे रील बनाना शुरू किए जिनमें भद्दी भाषा और अशोभनीय इशारों का उपयोग होने लगा। इसी वजह से उनके फॉलोअर्स तेज़ी से बढ़े और अब यह संख्या लगभग साढ़े चार लाख बताई जा रही है। दोनों बहनें हर महीने करीब बीस से पच्चीस हज़ार रुपये तक कमा लेने की बात स्वीकार कर रही हैं। उनके साथ अमरोहा के हिना और जर्रार आलम का भी नाम सामने आया है, जिन पर सहयोग का आरोप है।
अदालत में गलती स्वीकार करने के बाद मिली जमानत
15 जुलाई को असमोली थाना पुलिस ने चारों को हिरासत में लेकर चंदौसी कोर्ट में पेश किया। पूछताछ में उन्होंने माना कि अधिक दर्शक, जल्दी पहचान और कुछ अतिरिक्त कमाई के लालच में वे ऐसे वीडियो बनाती रहीं। अदालत में गलती स्वीकार करने के बाद उन्हें ज़मानत मिल गई और चेतावनी दी गई कि भविष्य में दोबारा ऐसा न करें। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान चार मोबाइल फोन जब्त किए जिनमें से अलग-अलग अश्लील और आपत्तिजनक रील मिलीं। इन पर भारी मात्रा में भद्दे कमेंट भी मिले, जिन्हें देखकर जांच अधिकारियों ने माना कि यह सामग्री बच्चों और महिलाओं पर नकारात्मक असर डाल सकती है।
गांव के लोगों में नाराजगी
गांव के बहुत से लोग नाराज़ हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सीमित और शालीन सामग्री बनाई जाती तो गाँव का नाम अच्छे ढंग से सामने आता, पर अशोभनीय रीलों ने समुदाय की छवि धूमिल कर दी। कई लोगों ने मांग की है कि ऐसे फूहड़ कंटेंट पर कड़ी रोक लगे और प्लेटफ़ॉर्म स्तर पर समय रहते कदम उठाए जाएँ।
इंस्टाग्राम अकाउंट ब्लॉक कराए जाने की तैयारी में पुलिस
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर अपनी बात रखना अधिकार है, पर कानून तोड़ने या समाज को बिगाड़ने वाली सामग्री डालना स्वीकार नहीं होगा। पुलिस अब पाँच लाख का मुचलका भरवाने तथा उनका इंस्टाग्राम अकाउंट ब्लॉक कराए जाने की प्रक्रिया की तैयारी में है, ताकि दोबारा वही पैटर्न न दोहराया जाए।
तेज कमाई की चाह में पेश की अश्लीलता
दोनों बहनों की परिवारिक पृष्ठभूमि साधारण है। पिता पहले चाँदी के वर्क का काम करते थे, अब परचून की छोटी दुकान चलाते हैं। माँ, दो भाई और ये दोनों बहनें मिलकर परिवार बनाते हैं। पढ़ाई सीमित होने और तेज़ कमाई की चाह ने बहनों को आसान रास्ता समझ आने वाली इस ऑनलाइन सामग्री की ओर खींच लिया।
मुरादाबाद मंडल के अन्य इलाकों में भद्दे वीडियो का बढ़ा चलन
केवल संभल ही नहीं, बल्कि मुरादाबाद मंडल के अन्य इलाकों मुरादाबाद शहर, अमरोहा और पाकबड़ा आदि में भी इस तरह के वीडियो बनाने का चलन बढ़ा है। बताया जा रहा है कि तीस से अधिक युवक-युवतियाँ ऐसे कंटेंट के जरिए जल्दी लोकप्रिय होने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि इससे घर-परिवार की प्रतिष्ठा और सामाजिक वातावरण दोनों को ठेस पहुँचती है।
तेज़ पहचान और फॉलोअर्स की होड़ में कुछ लोग मर्यादा भूल रहे
इसी क्षेत्र में इससे पहले भी कुछ यूट्यूबर या ऑनलाइन चैनल संचालकों पर महिलाओं या देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इन घटनाओं ने संकेत दिया है कि तेज़ पहचान और फॉलोअर्स की होड़ में कुछ लोग मर्यादा भूल रहे हैं। स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन दोनों की चिंता यही है कि प्लेटफ़ॉर्म पर आकर्षक दिखने की ललक कहीं युवा पीढ़ी को गलत उदाहरण न दे दे। फिलहाल चेतावनी और कानूनी कदमों के बाद उम्मीद की जा रही है कि संबंधित लोग आगे से संयमित और ज़िम्मेदार सामग्री ही साझा करेंगे।
