उत्तर प्रदेश में एटीएस और ईडी की चल रही जांच में अब एक और बड़ा खुलासा हुआ है। गाजियाबाद के एक परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को छांगुर बाबा और उसके चेले बदर अख्तर सिद्दीकी ने मिलकर गायब कर दिया है। यह मामला सिर्फ एक युवती के लापता होने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें धर्मांतरण, मानसिक नियंत्रण, शोषण और देशविरोधी गतिविधियों के गहरे संकेत मिल रहे हैं।
2019 से लापता है बेटी, बहन ने किया बड़ा खुलासा
परिवार का कहना है कि उनकी बेटी 2019 में टूर एंड ट्रैवल्स का कोर्स कर रही थी, तभी उसकी जान-पहचान बदर अख्तर सिद्दीकी नामक युवक से हुई। शुरुआत में वह उसे घुमाने-फिराने के बहाने बाहर ले जाता रहा। धीरे-धीरे उसका दिमागी नियंत्रण पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया। 24 अक्टूबर 2019 को बदर अख्तर उसे एक स्कोडा कार में ले गया जिसमें परदे लगे थे और तीन अनजान लोग भी सवार थे। इसके बाद से वह युवती कभी घर नहीं लौटी।
बहन ने बताया- पूजा-पाठ से हट गई थी बहन
लापता युवती की बहन ने बताया कि एक बार कुछ समय के लिए उनकी बहन वापस आई थी, लेकिन उसका व्यवहार पूरी तरह बदल गया था। वह पूजा-पाठ से नफरत करने लगी थी, भगवान का नाम सुनकर चिढ़ जाती थी और सिर्फ बदर अख्तर की बातें करती थी। उसके शरीर पर सिगरेट से जलाए जाने के निशान थे। बहन ने बताया कि बदर उसे पीटता था और बीमारी होने पर किसी “पीर बाबा” से लाया गया तंत्र-मंत्र वाला पानी पिलाता था। वह अक्सर “छांगुर बाबा” का नाम लेती थी और कहती थी-बदर को कोई कुछ नहीं कर सकता क्योंकि छांगुर बाबा उसके साथ हैं।
शक है कि अवैध तरीके से दुबई ले जाया गया
परिवार का दावा है कि बदर अख्तर ने उनकी बहन को दुबई में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि उसका पासपोर्ट अभी भी परिवार के पास है, जिससे उन्हें शक है कि उसे अवैध तरीके से देश से बाहर भेजा गया होगा।
एक नहीं, कई लड़कियां हो चुकी हैं गायब
सबसे बड़ा खुलासा यह है कि परिवार को जानकारी मिली कि बदर अख्तर के संपर्क में आने के बाद और भी कई हिंदू लड़कियां गायब हुई हैं। सभी की उम्र 19 से 25 साल के बीच है, और सभी का धर्म एक ही है। इन लड़कियों का आज तक कोई सुराग नहीं मिला है।
पीएम मोदी से परिवार ने लगाई गुहार
परिवार ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि छांगुर बाबा और बदर अख्तर सिद्दीकी के नेटवर्क की गहराई से जांच हो और उनकी बेटी को जल्द से जल्द खोजा जाए। उनका कहना है कि जब तक बदर अख्तर पकड़ा नहीं जाता, तब तक न जाने कितनी बेटियां इसी षड्यंत्र में फंसी रहेंगी।
यह मामला अब सिर्फ एक परिवार का दर्द नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा और बेटियों के भविष्य से जुड़ा गंभीर खतरा बन चुका है। जांच एजेंसियों के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि इस नेटवर्क की हर कड़ी को सामने लाएं और दोषियों को सजा दिलाएं।
