Sawan 2025: 525 शिवलिंगों का अलौकिक धाम: सावन में कोटा का शिवपुरी मंदिर बना भक्ति का केंद्र

सावन के पावन महीने में भगवान शिव की आराधना पूरे देश में श्रद्धा और उल्लास के साथ की जाती है, लेकिन कोटा का शिवपुरी धाम इस माह में आस्था का अनोखा केंद्र बन जाता है. यहां एक साथ 525 शिवलिंगों के दर्शन भक्तों को अध्यात्म की विशेष अनुभूति कराते हैं.

अद्वितीय संरचना: स्वास्तिक में सजे 525 शिवलिंग

शिवपुरी धाम की विशेषता इसकी अनोखी वास्तुकला है. यहां 525 शिवलिंगों को इस प्रकार स्थापित किया गया है कि वे मिलकर एक भव्य स्वास्तिक आकृति बनाते हैं. इस स्वास्तिक के केंद्र में 14 टन वजनी विशाल शिवलिंग स्थित है, जो श्रद्धा और कला का अद्भुत संगम प्रतीत होता है.

धार्मिक मान्यता और अद्भुत आस्था

यह मंदिर केवल अपने शिवलिंगों के कारण नहीं, बल्कि धार्मिक मान्यताओं के कारण भी प्रसिद्ध है. मान्यता है कि यहाँ सच्चे मन से किया गया अभिषेक भगवान शिव को प्रसन्न करता है और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. सावन और महाशिवरात्रि जैसे पर्वों पर लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन और अभिषेक के लिए उमड़ते हैं.

प्राचीन इतिहास से जुड़ा गहरा संबंध

शिवपुरी धाम का इतिहास भी उतना ही प्रभावशाली है. बताया जाता है कि पहले यहां एक छोटा-सा ‘धुना’ था, जिसकी आयु लगभग 700 से 800 वर्ष मानी जाती है. कोटा के राजपरिवार द्वारा इस क्षेत्र की जमीन दान किए जाने के बाद ही इस भव्य मंदिर का निर्माण संभव हो पाया.

सावन में आध्यात्मिक ऊर्जा का उत्सव

सावन के दौरान सुबह 4 बजे से ही भक्तों की लंबी कतारें मंदिर में देखने को मिलती हैं. विशेष पूजा, रुद्राभिषेक और भजन-कीर्तन से मंदिर परिसर एक दिव्य ऊर्जा से भर जाता है. शिवपुरी धाम, अब केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आस्था और भारतीय संस्कृति की जीवंत पहचान बन चुका है.

Rishabh Chhabra
Author: Rishabh Chhabra

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