अगर आपको बात-बात पर गुस्सा आता है, छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ हो जाती है और आप खुद को संभाल नहीं पाते, तो यह सिर्फ स्वभाव नहीं बल्कि आपके ग्रहों का भी असर हो सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ विशेष ग्रहों के दोष व्यक्ति को क्रोधी, चिड़चिड़ा और मानसिक रूप से अशांत बना देते हैं। लेकिन चिंता की बात नहीं, क्योंकि कुछ सरल ज्योतिषीय उपाय अपनाकर आप इस स्थिति पर काबू पा सकते हैं।
किन ग्रहों के कारण बढ़ता है गुस्सा?
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो गुस्से के लिए मुख्य रूप से मंगल, सूर्य, शनि, राहु और चंद्रमा जिम्मेदार होते हैं। अगर गुस्सा बिल्कुल बेकाबू स्थिति में पहुंच रहा है तो समझिए कि आपका मंगल प्रभावित है और अगर आप अपने अहंकार के कारण हमेशा गुस्से में रहते हैं तो यह सूर्य के प्रभावित होने के कारण भी हो सकता है।
मंगल ग्रह गुस्से और उग्रता के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार होता है। अगर गुस्सा बेकाबू हो जाए, तो यह मंगल के अशुभ प्रभाव का संकेत है। सूर्य ग्रह से अहंकार और तानाशाही स्वभाव से जुड़ा होता है। इसका प्रभाव गुस्से को बढ़ाता है। चंद्रमा ग्रह अगर कमजोर हो तो व्यक्ति मानसिक रूप से अस्थिर हो जाता है, जिससे चिड़चिड़ापन और गुस्सा बढ़ता है।
राहु-शनि ये ग्रह नकारात्मक सोच और क्रोध को जन्म देते हैं।
गुस्से को शांत करने के ज्योतिषीय उपाय
अपने गुस्से की आदत को खत्म करने के लिए सबसे पहले अपनी दिनचर्या को सही करें। जल्दी उठें, व्यायाम करें और सूर्य को जल अर्पित करें। इससे सूर्य और मंगल दोनों शांत होते हैं।
घर में सुगंध हमेशा बरकरार रखें चाहे वह मंदिर में हो या आपके शयन कक्ष में, हो सके तो चंदन के इत्र या फिर किसी अगरबत्ती का प्रयोग करें। आप घर में लोबान और कपूर भी महका सकते हैं। इससे भी गुस्सा शांत होता है तथा राहु और चंद्रमा के दोष में भी आराम मिलता है।
ज्यादा गुस्सा आने वाले व्यक्ति को रात में चंद्रमा को जल चढ़ना चाहिए। इससे मानसिक शांति मिलती है और चंद्रमा बलवान होता है।
क्रोध करने वाले व्यक्ति को घर में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इससे आपके कई ग्रह ठीक हो जाते हैं तथा निराशा और नकारात्मकता आपके अंदर प्रवेश नहीं कर पाती।
चांदी हमेशा शीतलता प्रदान करती है और हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करती है। क्रोध करने वाले इंसान को हाथ में चांदी का कड़ा या गले में चांदी की चेन पहनें। यह मानसिक ठंडक देती है।
गुस्सा करने वाले व्यक्ति भोजन में ठंडा चीजों को जरूर शामिल करें। दूध और दही का सेवन अपने जीवन में बढ़ा देना चाहिए। खाने के साथ थोड़ा सा दही और चीनी खाने से चंद्रमा मजबूत होता है।
क्रोधी व्यक्ति को हनुमान जी की पूजा अत्यधिक लाभ देती है हो सके तो हर मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें या उनके मंदिर जाएं।
क्रोध से बचने के लिए रोज़ाना कुछ समय ध्यान करें और गायत्री मंत्र का जाप करें। यह मानसिक स्थिरता लाता है।
तामसी चीजों का प्रयोग बंद कर दें। शराब, सिगरेट प्याज, लहसुन, मांस यह सब तामसिक चीजें भी आपके क्रोध को कई गुना बढ़ा सकती हैं इसलिए इनका प्रयोग शीघ्र बंद कर देना चाहिए।
